अन्नपूर्णा माता का ध्यान करके बनाएं भोजन और ना करें ऐसी गलतियां

श्री डेस्क : हिंदू धर्म में भोजन बनाते समय कुछ नियम बताए जाते हैं इन नियमों को ध्यान में रखकर अपनी रसोई में बनाए भोजन जिससे आपके घर में सुख समृद्धि हमेशा बरसती रहेगी और आपके घर में अन्न के भंडारे हमेशा भरे रहेंगे कुछ कमियों के कारण वर्जित दोष है जिनसे हमें  बचना चाहिए ।

भोजन बनाते समय न करे ये त्रुटिया 

हिंदू धर्म के मान्यता के अनुसार रसोई घर से जुड़े कुछ नियम होते हैं जो कि नियमित भोजन बनाते समय से जुड़े होते हैं और भोजन बनते समय तक से वर्जित है। धर्म में बताई गई बातों के अनुसार रसोई में भोजन बनाते वक्त कुछ नियमों का विशेष पालन करें जो कि जो पालन करना सभी के लिए शुभ माना जाता है और कुछ दोष को करने से सभी को बचना चाहिए जिससे बचने के लिए कुछ नियम बताए जा रहे हैं आइए जानते हैं ।

भोजन बनाते समय के नियम

किचन से हमारे काफी वास्तु शास्त्र जुड़े होते हैं और किचन प्रत्येक घर के लिए बहुत ही अहम हिस्सा भी है किचन में हमारे वास्तुशास्त्र के नियम भी जानना उतना ही जरूरी है।हमारे जीवन के लिए किचन की साफ सफाई के अलावा भी कुछ अन्य विशेष बातों का जानना भी बहुत ही जरूरी होता है रसोई में भोजन बनाने का सही तरीका व नियम।

रसोई में भोजन बनाने के कुछ नियम व तरीकों के बारे में जानना बहुत ही जरूरी होता है रसोई में जाने से पहले आपको एक बात का अवश्य स्मरण रहे हमे रसोई ग्रह में बिना स्नान के प्रवेश वर्जित माना जाता है अगर भोजन बिना स्नान किए नहीं बनाना चाहिए अगर आप गलती से बिना स्नान किए भोजन बनाती है तो वह भोजन अशुद्ध माना जाता है।

तवे पर जब आप पहली रोटी डालें तो वह रोटी गाय के लिए होती है ।

भोजन को कभी गुस्से में नहीं बनाना चाहिए और ना ही भोजन को गुस्से में परोस ना वा खाना चाहिए क्योंकि गुस्से से परोसा भोजन करना वर्जित माना जाता है हमेशा भोजन को खुश मन से वह प्रभु की याद में बनाना चाहिए गुस्से में बनाया गया भोजन देवता नहीं ग्रहण करते हैं और घर में नकारात्मकता कष्ट कलेश पैदा होता है ।

  • किसी को एक हाथ से भोजन परोस कर थाली नहीं देनी चाहिए।
  • भोजन बनने से पहले भोजन बनाने के बाद हमे रसोईघर को हमेशा साफ सुथरा रखना चाहिए।
  • चप्पल पहन कर भोजन नहीं बनाना चाहिए।

भोजन बनाते समय भोजन को झूठा नहीं करना चाहिए कुछ महिलाओं में यह गुण होते हैं उनकी आदत होती है कि कोई अच्छी चीज बनी होती है तो निकाल कर उसे पहले टेस्ट कर लेती है ऐसा करने से अन्न देवता रुष्ट हो जाते हैं और फिर कभी कोई देवता भी भोजन नहीं ग्रहण करते हैं ।

अपने केशों को खोलकर रसोई ग्रह में प्रवेश ना करें और केसों को खोल कर भोजन ना बनाएं क्योंकि ऐसा भोजन अशुद्ध माना जाता है जैसा कि अगर आप बाल खोलकर रसोई में प्रवेश करेंगी तो कोई बाल टूट कर भोजन में गिर जाएगा तो वह भोजन अशुद्ध हो जाएगा जिसे कोई देवता नहीं ग्रहण करेंगे ।और अपने बुजुर्गों का कहना है कि अन्य देवता हमारे सबसे बड़े देवता हैं क्योंकि कहा जाता है कि ,,अन्य मारे अन्य ही जियावे,,, इसलिए अन्य से बड़ा कोई नहीं है और फिर ।
,,जैसा खाओगे अन्न वैसा ही रहेगा मन ,,,।

हमें रसोई में भोजन बनाते समय ऐसी गलतियों से बचना चाहिए अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया है तो कृपया लाइक करें सब्सक्राइब करें कमेंट करें और हमारे साथ जुड़े रहे हमारे अगले लेख को पढ़ने के लिए।

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