बीडीओ कार्यालय के बाहर सफाईकर्मी ने पेट्रोल डालकर की आत्मदाह की कोशिश

  • पुलिस और बीडीओ ने समझा बुझाकर आत्मदाह करने से रोका

शिवगढ़,रायबरेली। शिवगढ़ एडीओ पंचायत की कार्यशैली से परेशान सफाई कर्मी ने शिवगढ़ खण्ड विकास अधिकारी के कार्यालय के बाहर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। मौके पर पहुंची पुलिस और शिवगढ़ खण्ड विकास अधिकारी ने किसी तरह सफाई कर्मी को समझा-बुझाकर वापस घर भेजा। गौरतलब हो कि रविवार को गांधी जयन्ती के अवसर पर जहां ब्लाक के सभी कर्मचारी व खण्ड विकास अधिकारी शिवकुमार,एडीओ पंचायत जितेन्द्र सिंह कार्यक्रम में ध्वजा रोहण कार्यक्रम में व्यस्त थे। उसी समय कसना ग्राम पंचायत में तैनात सफाई कर्मी शिव प्रसाद मौके पर पहुंच गया जहाँ एडीओ पंचायत से हुई बातचीत के बाद सफाईकर्मी अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश करने लगा।

मामले की जानकारी उसकी पत्नी अनीता को हुई तो मौके पर पहुंची अनीता भी अपने पति के साथ ब्लाक परिसर में जमीन पर बैठ गई, दोनों रो-रोकर यही कह रहे थे कि एडीओ पंचायत की कार्यशैली सही नहीं है। अनीता ने बताया कि मेरे पति का वेतन रोक दिया गया है,16 सितम्बर को पति को कारण बताओ नोटिस दिया गया था, जिसमें यह कहा गया है कि सफाई कर्मी शिवप्रसाद कभी गांव जाता ही नहीं जिसके कारण गांव में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं।

अनीता का कहना था कि उसके पति के ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है। उसके पति को कसना में आवासों का सर्वे करने के लिए एडीओ पंचायत ने एक पत्र दिया था। जिसमें उनके पति द्वारा सर्वे भी किया गया था सर्वे को लेकर एडीओ पंचायत अधिकारी जितेंद्र सिंह व उसके पति शिवप्रसाद के बीच कहासुनी हुई थी जिसको लेकर एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह ने 16 सितम्बर को उसके पति सफाई कर्मी शिवप्रसाद को कारण बताओ नोटिस भेजी थी, तभी से उसके पति और एडीओ पंचायत के बीच तनातनी चल रही थी।

सफाई कर्मी शिवप्रसाद की माने तो 2 अक्टूबर को जब वह ब्लॉक पहुंचा तो एडीओ पंचायत द्वारा उसके साथ बदसलूकी की गई। आरोप है कि एडीओ पंचायत ने ब्लॉक से भाग जाने को कहा एडीओ पंचायत की बदसलूकी से परेशान एवं आहत होकर सफाई कर्मी शिवप्रसाद ने अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया और आत्मदाह की कोशिश करने लगा। जिसको लेकर पूरे ब्लाक के कर्मचारी इकट्ठा हो गए और सफाई कर्मी को समझाने-बुझाने लगे। करीब आधा घंटे तक ब्लॉक प्रांगण में सफाई कर्मी शिव प्रसाद व उसकी पत्नी अनीता रो-रोकर कह रही थी वेतन रोक दिया गया, बच्चों की फीस जमा करने के लिए पास में पैसे नहीं है,मेरे बच्चे अब क्या खाएंगे।

सफाई कर्मी की पत्नी अनीता का आरोप है कि उसके पति के साथ कई बार एडीओ पंचायत जितेन्द्र सिंह बदसलूकी कर चुके हैं। जिसकी शिकायत थाने में भी की है लेकिन पहुंच होने के कारण थाने में भी उसकी नही सुनी गई। करीब 11 बजे खण्ड विकास अधिकारी शिव कुमार व थाने में तैनात उपनिरीक्षक पंचम लाल ने पहुंचकर सफाई कर्मी को समझाया बुझाया तब जाकर सफाई कर्मी शिव प्रसाद किसी तरह माना और एडीओ पंचायत की शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की बात कहते हुए वापस घर गया। इस बारे में जब एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह से जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि 14 सितम्बर को कसना ग्राम पंचायत की जांच की गई थी जिसमें गांव में गंदगी के ढेर मिले थे सफाई कर्मी गांव में सफाई करने के लिए नहीं जाता था जिसको लेकर कारण बताओ नोटिस जारी की गई थी।

जिससे परेशान होकर सफाई कर्मी शिव प्रसाद अनैतिक दबाब बनाने के लिए फर्जी तरीके से आरोप लगा रहा है,जिसके सारे आरोप बेबुनियाद है। वहीं सफाई कर्मी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष समर बहादुर का कहना है कि एडीओ पंचायत द्वारा आए दिन सफाई कर्मियों को परेशान किया जाता है, पिछले साल कई सफाई कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। हमें भी बर्खास्त कर दिया गया था अभी कुछ दिन पहले बहाली हुई हैं। इसके कारण कोई भी सफाई कर्मी एडीओ पंचायत के खिलाफ कुछ बोलने को तैयार नहीं है, सफाई कर्मियों का शोषण हो रहा है।

27 मई 2021 को एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह के खिलाफ  सफाई कर्मियों ने खोला था मोर्चा

एडीओ पंचायत को हटाने की मांग को लेकर सफाई कर्मचारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष समर बहादुर की अगुवाई में ब्लॉक मुख्यालय पर मई 2021 में सफाई कर्मियों नेेे 3 दिन धरना किया था। जिसमें सफाई कर्मियों ने एडीओ पंचायत जितेन्द्र सिंह पर धन उगाही करने, अभद्र व्यवहार करने व वेतन रोकने का आरोप लगाते हुुए धरना किया था। उस समय भाजपा विधायक रहे रामनरेश रावत के समझान पर सफाई कर्मियों ने धरना समााप्त किया था।

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