गौशाला में तड़पती गाय अलाव का आनंद उठाते कर्मचारी
रिपोर्ट:- निशांत सिंह
परशदेपुर रायबरेली:– योगी सरकार छुट्टा मवेशियों के रहने के लिये चाहे जितना इंतजाम करके गौशाला बना दे लेकिन योगी सरकार के कुछ माननीय अधिकारियों तथा नगर अध्यक्ष महोदय द्वारा आदेशों को ठेंगा दिखाया जा रहा है तथा सब मिलकर सरकारी धन का बंदरबांट कर रहे हैं जी हां रायबरेली जिले की एक ऐसी गौशाला जहां पर कोई भी व्यक्ति व पत्रकार दाखिल नहीं हो सकता
कमजोर गौपुत्रो को रात्रि में छोड़ कर नए मवेशी को अंदर रख लिया जाता है जिससे जांच अधिकारी गौ पुत्रों को हष्ट पुष्ट देख सके दरअसल आदर्श नगर पंचायत परशदेपुर में कप कपाती ठंड में सुबह का समय कोहरे और धुंध को समेटे गौशाला में कांपती गौ पुत्र चारे के नाम पर सूखा पुआल हरे चारे का नामो निशान नहीं ऐसी व्यवस्था आदर्श नगर पंचायत परसदेपुर की गौशाला का है।
पत्रकार गौशाला की व्यवस्था देखना चाहा तो अंदर से ताला बंद कर पंप चालक कथित तौर पर गौ शाला का बाबू ने बताया कि डीएम साहब का आदेश है कि कोई भी व्यक्ति चाहे पत्रकार ही हो अंदर नहीं जा सकता। अधिशाषी अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद अंदर का नजारा चौकाने वाला था। ठंड में कांपती भूख से तड़पती गाय अलाव का पता नही केवल कर्मचारी अपने लिए अलाव जला कर लुत्फ उठा रहे थे।
गौशाला के अंदर तड़पती हुई मृतप्राय गाय पड़ी थी। दबी जुबान लोगों ने बताया की इस गौशाला में रोजाना एक दो गाय की ऐसी हालत होती है जिन्हे जेसीबी से अंदर दफना दिया जाता है। अगर जांच कराई जाय तो बहुत से गौ पुत्रों के कंकाल अंदर दबे हुए मिल सकते है।
पशु आहार और हरा चारा न देने के पीछे भ्रष्टाचार का खेल दिखाई पड़ता है जबकि पशु चिकित्सक जसवंत सिंह ने सफाई देते हुए बताया कि कर्मचारियों को हरा चारा व पशु आहार देने के लिए निर्देशित किया गया हैं टैग न लगे होने की बात पर बताया की जल्द ही टैग लगा दिया जायेगा।अधिशाषी अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो फोन नहीं उठा।