Tuesday, September 26, 2023
Homeउत्तर प्रदेशकायाकल्प अवार्ड : सीएचसी बिसरख को मिला प्रदेश में सातवां स्थान

कायाकल्प अवार्ड : सीएचसी बिसरख को मिला प्रदेश में सातवां स्थान

  • 95.71 अंक प्राप्त कर मंडल में पहले स्थान पर रही सीएचसी
  • सीएचसी बादलपुर और भंगेल को भी मिला अवार्ड, मिलेगा एक-एक लाख रुपये पुरस्कार

नोएडा। वित्तीय वर्ष 2022-23 के कायाकल्प अवार्ड स्कीम में जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) बिसरख को प्रदेश में सातवां स्थान प्राप्त हुआ है। इसके अलावा जनपद के दो अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र- बादलपुर और भंगेल को भी कायाकल्प अवार्ड के लिए चुना गया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने दी। उन्होंने अवार्ड के लिए चयनित इकाइयों के चिकित्सा प्रभारियों, स्टाफ को शुभकामनाएं दी हैं, साथ ही भविष्य में और बेहतर परिणाम की उम्मीद जाहिर की।

डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम एडमिन गोविन्द पांडेय ने बताया- पूरे प्रदेश में कुल 327 सीएचसी कायाकल्प अवार्ड के लिए चयनित हुई हैं। इनमें तीन सीएचसी जनपद गौतमबुद्ध नगर की भी हैं। अवार्ड के लिए तीन चरणों में (इंटरनल, पीयर और एक्सटर्नल) असेसमेंट किया गया था। उन्होंने बताया- सीएचसी बिसरख को असेसमेंट में 95.71 अंक प्राप्त हुए हैं। 95.71 अंक प्राप्त कर सीएचसी बिसरख ने प्रदेश में सातवां और मंडल में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। बिसरख को डेढ़ लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी। डा. सचिन्द्र मिश्रा इस सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी हैं।

गोविंद पांडेय ने बताया- जनपद की सीएचसी बादलपुर ने 74.71 अंक और सीएचसी भंगेल ने 74 अंक प्राप्त कर अवार्ड के लिए अपना स्थान बनाया है। इन दोनों चिकित्सा इकाइयों को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा। उन्होंने बताया – सर्वे के दौरान अस्पताल का रखरखाव, स्वच्छता व साफ -सफाई, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, इंफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिसेज और रोगियों के फीडबैक समेत 300 से अधिक बिंदुओं पर अंक प्रदान किए गए हैं।

एक लाख के कायाकल्प अवार्ड में चयन के लिए कम से कम 70 अंकों की जरूरत थी, प्रतिस्पर्धात्मक माहौल बनाने के लिए 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को शासन से अतिरिक्त राशि दी गई है।

उन्होंने बताया- बेहतर स्वास्थ्य सुविधा, सफाई व्यवस्था समेत अन्य मानकों पर खरा उतरने पर कायाकल्प अवार्ड प्राप्त हुआ है। तीनों चिकित्सा इकाइयों को पुरस्कार में मिली राशि में 75 फीसदी संबंधित चिकित्सा इकाई के गैप क्लोजर, सुदृढ़ीकरण, रख-रखाव व स्वच्छता व्यवस्था आदि पर खर्च की जाएगी, जबकि 25 फीसदी राशि अधिकारियों व कर्मचारियों के उत्साहवर्धन पर व्यय होगी।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. भारत भूषण ने अवार्ड के लिए चयनित इकाइयों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों और समस्त स्टाफ को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अगली बार इससे भी बेहतर प्रदर्शन कर उच्च स्थान प्राप्त किया जाएगा।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments