रेवली ग्राम सभा में धनुष यज्ञ व सीता विवाह का हुआ मंचन
- धनुष टूटते ही जय श्री राम के लगे जयकारे सीता ने राम को पहनाई वरमाला
रिपोर्टर :-निशांत सिंह सलोन जनपद रायबरेली
सलोन/ रायबरेली। तहसील क्षेत्र के रेवली ग्राम सभा में चल रही रामलीला के चौथे दिन कलाकारों ने धनुष यज्ञ परशुराम लक्ष्मण संवाद और सीता स्वयंवर की लीला का मंचन किया आयोजित रामलीला मंचन में मिथिला के राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के विवाह के लिए स्वयंवर का आयोजन करते हैं जिसमें उनकी शक है कि जो शिव धनुष को तोड़ेगा उसी के साथ अपनी पुत्री जानकी का विवाह संपन्न होगा जनक के आमंत्रण पर स्वयंवर में अनेक देशों के राजाओं के साथ गुरु विश्वामित्र भी शामिल होते आते हैं जिनके साथ राम और लक्ष्मण भी आते हैं ।
घोषणा होते ही एक-एक करके सभी राजा धनुष को तोड़ने के लिए जोर लगाते हैं मगर उसे उठाने में कोई भी राजा सफल ना हो सके जिस पर राजा जनक दुखी होकर कहते हैं की हे “देश देश के राजा गण हम किसे कहें बलशाली है हमको तो यह विश्वास हुआ पृथ्वी वीरों से खाली है” इतना सुनकर लक्ष्मण का क्रोध बढ़ जाता है और राजा जनक से तीखी नोकझोंक हो जाती है मुश्किल स्थिति को देखते हुए बगल में बैठे मुनि विश्वामित्र ने श्रीराम को इशारे से धनुष तोड़ने की आज्ञा देते हैं।
श्रीराम द्वारा धनुष उठाते ही गगनभेदी जय श्रीराम के नारे लगने लगते हैं तभी वहां परशुराम का आगमन होता है जिसके बाद लक्ष्मण की परशुराम से भी तीखी नोकझोंक होती है अंत में परशुराम के धन्वा की चाप चढ़ाकर श्री राम परशुराम की शंका को दूर करते हैं जिसके बाद वैदिक विधि विधान से राम विवाह संपन्न होता है रेवली ग्राम सभा में चल रही रामलीला में स्थानीय लोगों द्वारा काफी धूमधाम से बारात निकाली गई वहीं जनक की भूमिका श्रवण कुमार अग्रहरी उर्फ बरेली सेठ, भरत व बाणासुर की राजू विश्व कर्मा, रावण की भूमिका अयोध्या मौर्या, मंत्री सुमंत की भूमिका रामनरेश यादव, लक्ष्मण की आदित्य श्रीवास्तव, सीता की श्रवण यादव, परसुराम की वरिष्ठ कलाकार पवन यादव, विश्वामित्र की जुग्गी लाल साहू, राजा की भूमिका सहदेव यादव, तेजभान पंडा , सोनू सहित कई लोगों ने निभाई तथा ग्राम प्रधान राजकुमार अग्रहरी ने बताया कि ये कार्यक्रम सभी के सहयोग से हो रहा है।
जिसमें पुलिस प्रशासन का भी पूरा सहयोग रहता है अराजक तत्वों पर प्रशासन के साथ साथ जागरूक लोगों के द्वारा कड़ी निगरानी रखी जाती है इस मौके पर तेजतर्रार एसआई सुमित श्योरान, कांस्टेबल अभिषेक निषाद, शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह मुस्तैद रहे।