पूर्व संध्या पर मनाई गई अटल जी की जयन्ती
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पूर्व संध्या पर मनाई गई अटल जी की जयन्ती
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अटल जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता : कुंवर हनुमंत प्रताप सिंह
रायबरेली। शिवगढ़ ब्लॉक सभागार में पूर्व अटल जयंती की संध्या पर भारतरत्न, पद्म विभूषण से सम्मानित अजातशत्रु पूर्व प्रधानमंत्री पण्डित अटल बिहारी बाजपेई की जयन्ती हर्षोल्लास पूर्वक सुशासन दिवस के रुप मनाई गयी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित शिवगढ़ ब्लाक प्रमुख कुंवर हनुमन्त प्रताप सिंह, शिवगढ़ भाजपा मण्डल अध्यक्ष डा.जीबी सिंह, प्रधान संघ अध्यक्ष पवन सिंह,पूर्व भाजपा मण्डल महामंत्री राकेश शुक्ला ने संयुक्त रूप से अटल जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर कार्यक्रम की सुरुवात की।कुंवर हनुमन्त प्रताप सिंह ने पं.अटल बिहारी बाजपेयी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहाकि अटल जी का जन्म 25 दिसम्बर सन् 1924 को हुआ था। जिन्होंने 16 अगस्त 2018 को अन्तिम सांसे ली। अटल जी भारत के तीन बार प्रधानमंत्री रहे। वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक,न फिर 1998 में और फिर 19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। जिनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। आचार्य भद्रपाल सिंह ने कहा कि अटल जी के एक दृढ़ निश्चयी एवं भविष्य दृष्टा थे। डा. जीबी सिंह ने कहाकि अटल जी एक अच्छे हिंदी कवि, पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में एक थे और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने लम्बे समय तक राष्ट्रधर्म, पाञ्चजन्य पत्र और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का संपादन किया। जीबी सिंह ने शिवगढ़ मण्डल के सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि 25 दिसम्बर को मण्डल के हर बूथ पर पं.अटल बिहारी वाजपेई की जयन्ती सुशासन दिवस के रूप में मनाई जाएगी। जिसमें सभी कार्यकर्ता बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। उन्होंने बताया कि अटल जी की जयंती पर ग्राम पंचायत पिपरी में मन की बात कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।कार्यक्रम का संचालन रामशरण यादव द्वारा किया गया। इस मौके पर दिनेश सिंह, रमेश शुक्ला, वीरेंद्र सिंह, कलावती मिश्रा, किरण तिवारी, टीनू चंदा,रतीपाल रावत, कमल किशोर रावत, राजाराम लोधी, मीना रावत, रणविजय सिंह,शालू गुप्ता, पूर्णेन्द सिंह, राजकुमार शुक्ला, अरुण अवस्थी, प्रवीण कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी