एम्बुलेंस कर्मियों ने कराया सुरक्षित प्रसव 

रिपोर्ट – उपेन्द्र शर्मा 

  • महिला ने एम्बुलेंस में शिशु को दिया जन्म
  • प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा सुरक्षित, परिजनों को सौंपा

बुलंदशहर, 7 दिसंबर 2022। जनपद में एंबुलेंस ने एक बार फिर लेबर रूम की भूमिका बखूबी निभाई। अस्पताल जा रही गर्भवती को रास्ते में प्रसव पीड़ा होने पर स्टाफ ने प्रसव कराई। महिला ने एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया है। प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। प्रसूता सहित नवजात को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.विनय कुमार सिंह ने कहा- एंबुलेंस सेवा जनपद के लोगों के लिए मददगार साबित हो रही है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया- बुधवार की सुबह तड़के जनपद के लखावटी ब्लाक के गांव दुकसाना कलां निवासी उपकार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के एम्बुलेंस हेल्पलाइन नम्बरपर अपनी पत्नी के प्रसव पीड़ा होने की सूचना दी । सूचना पर पहुंच एम्बुलेंस गर्भवती को जिला महिला अस्पताल बुलंदशहर ले जा रही थी कि रास्ते में ही गर्भवती को प्रसव पीड़ा तेज हो गई। उसी समय एंबुलेंस कर्मियों ने बिना समय गवाएं एम्बुलेंस को रोककर प्रसव वहीं प्रसव कराया।

प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा स्वस्थ्य हैं। महिला के पति उपकार सिंह ने बताया ईएमटी रजनेश, पायलट विजेंद्र सिंह और आशा कार्यकर्ता के सहयोग से एम्बुलेंस में ही प्रसव कराया । एसीएमओ ने एम्बुलेंस कर्मियों के कार्य की सराहना की है।

एंबुलेंस कर्मियों को दिया जाता है प्रशिक्षण

एम्बुलेंस के ईएमटी रजनेश कुमार ने बताया – गर्भवती को प्रसव के लिए एंबुलेंस से ही ले जाना चाहिए। एंबुलेंस कर्मचारी प्रसव कराने या अन्य इमरजेंसी के लिए प्रशिक्षित होते हैं। इसके साथ ही एंबुलेंस में डिलीवरी किट भी उपलब्ध रहती है। जिससे एमरजेंसी की स्थिति में जच्चा और बच्चा दोनों की जान बच जाती है। उन्होंने बताया ऐसा कई बार हो चुका है कि अस्पताल जाते समय गर्भवती को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई, जिसके बाद एंबुलेंस में ही प्रसव करना पड़ा है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए समय समय पर कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाता है और वह सीधे वरिष्ठ चिकित्सकों के संपर्क में रहते हैं। जरूरत पड़ने पर वह उनसे मार्गदर्शन भी लेते हैं।

24 घंटे उपलब्ध रहती है सेवा

जिला प्रोग्राम मैनेजर योगेंद्र कुमार ने बताया उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित एंबुलेंस सेवाएं जच्चा बच्चा दोनों के लिए सुरक्षित है। प्रदेश सरकार की ओर से एंबुलेंस सेवा का प्रावधान है।। यह किसी भी अस्पताल या सरकारी अस्पताल जाने के लिए 24 घंटे लोगों के लिए उपलब्ध रहती है। जरूरत पड़ने पर लोग किसी भी समय 108 नंबर पर काल कर सकते हैं।

गर्भवती महिलाओं के लिए डायल करें 102

मातृ शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए सरकार द्वारा प्रदेश भर में 102 एंबुलेंस सेवा चलाई जा रही है। एम्बुलेंस 102 सेवा गर्भवती महिलाओं और दो वर्ष तक के बच्चों को सरकारी अस्पताल ले जाती है। इसके साथ ही जब उनका इलाज पूरा हो जाता है तो उन्हें वापस घर भी छोड़ती है। कोई भी आमजन कभी भी सरकार की ओर से संचालित इस सुविधा का लाभ ले सकता है।

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