Loksabha chunav 2024: रायबरेली शीर्ष नेताओं की रैलियां साख बचाने की चुनौती

रायबरेली: लोकसभा चुनाव 2024 पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की अति महत्वपूर्ण सीट रायबरेली जो इस समय पूरी सुर्खियों में बनी हुई है यहां पर 6 मई से लगातार प्रियंका गांधी नुक्कड़ सभाओं के द्वारा चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं उनके चुनाव प्रचार में भीड़ भी जुट रही है वह अपने भाई राहुल गांधी के लिए कड़ी मेहनत कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं पहले तो प्रियंका गांधी राहुल गांधी गांधी परिवार पर जुबानी हमला कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कुछ पत्र भी वायरल हो रहे हैं राजनीति पूरी तरह से गर्म चुकी है प्रदेश सरकार के कई मंत्री उपमुख्यमंत्री संगठन के पदाधिकारी रायबरेली में डेरा डाले हुए हैं वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता इस समय रायबरेली और अमेठी में मौजूद हैं लेकिन अंदर खाने कुछ ठीक नहीं चल रहा है जहां पर 3 तारीख को हुए नामांकन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के साथ उन्हीं के कुछ नेता दूरी बनाए हुए देखे गए उनको मनाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेन चौधरी उनके घर भी गए लेकिन उसके बाद भी नाराज नेता अभी तक चुनाव प्रचार में नहीं देखे गए हैं आज रायबरेली के जीआईसी ग्राउंड में अमित शाह की एक जनसभा हो रही है उसके पहले देश के गृहमंत्री अमित शाह हाल ही में राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के विधायक मनोज पांडे क्रॉस वोटिंग के बाद भारतीय जनता पार्टी के पाले में दिखाई देते हैं उनको भारतीय जनता पार्टी सरकार के द्वारा y प्लस सुरक्षा भी प्रदान की गई है लेकिन किन्ही कर्म से वह भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी से दूरी बनाए हुए हैं इसी को लेकर जनसभा के पहले आज अमित शाह ऊंचाहार विधायक मनोज पांडे के घर भी जाएंगे और उन्हें मन कर रायबरेली से गांधी परिवार के किले को ध्वस्त करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं क्योंकि सूत्रों की माने तो दिनेश प्रताप सिंह का टिकट अमित शाह की कृपा से ही मिला है ऐसे में रायबरेली सीट से भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ अमित शाह की भी इज्जत दांव पर लगी हुई है पिछले चुनाव में जरूर दिनेश प्रताप सिंह ने सोनिया गांधी को कुछ हद तक तक कर दी थी अब सवाल यह है क्या इस बार भी वह राहुल गांधी के खिलाफ कड़ा मुकाबला दे पाएंगे एक विश्लेषण।

 

दिग्गजों की जनसभाओं से सियासी हलचल

लोकसभा चुनाव 2024 उत्तर प्रदेश की अति महत्वपूर्ण सीट रायबरेली जहां पर भारतीय जनता पार्टी गांधी परिवार के गढ़ को हारने पर तुली हुई है तो वहीं पर कांग्रेस पार्टी पिछली जीत के अंतर को बढ़ाने की बात कर रही है दोनों ही पार्टी के दिग्गज इस समय जनसभाओं के द्वारा मतदाताओं को रिझाने में जुटे हुए हैं प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक सहित प्रदेश अध्यक्ष भूपेन चौधरी एक दर्जन से अधिक मंत्री और संगठन के पदाधिकारी रायबरेली में लगातार अपने कार्यक्रम कर रहे हैं वहीं पर कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी लगातार नुक्कड़ सभाओं के द्वारा लोगों को जोड़ने का काम कर रही हैं उनकी सभाओं में भीड़ भी देखने को मिल रही है छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कई राज्यों के बड़े चेहरे इस समय रायबरेली में डेरा डाले हुए हैं आज देश के गृहमंत्री अमित शाह रायबरेली के जीआईसी ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं अगले दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐहर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे वहीं बैसवारा इंटर कॉलेज के ग्राउंड पर 13 मई को कांग्रेस के शीर्ष नेता हुआ रायबरेली के प्रत्याशी राहुल गांधी एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे इसके लिए कांग्रेसियों ने पूरी तैयारी कर ली है सरेनी विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी सुधा द्विवेदी से राहुल गांधी के सभा के बारे में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया की जनता में बहुत बड़ा समर्थन है राहुल गांधी से मिलने के लिए लोग लालायत हैं 13 मई को बड़ी संख्या में लोग राहुल गांधी की जनसभा में पहुंचेंगे सरेनी विधानसभा के लगभग 15000 लोग इस जनसभा में भाग लेंगे इसके अलावा आसपास के हजारों लोग जनसभा में पहुंचेंगे क्योंकि इस बार हमारे नेता राहुल गांधी रायबरेली से रिकॉर्ड मतों से जीतने जा रहे हैं और यह रिकॉर्ड 5 लाख से ज्यादा का अंतर होने जा रहा है।

दो जातियों पर दोनों दलों का फोकस

लोकसभा चुनाव 2024 रायबरेली वैसे तो जोड़-तोड़ की राजनीति इस समय चरम पर है लेकिन दो जातियां ऐसी हैं जिस पर दोनों दलों के तिकड़म बाजो की पूरी जोर आजमाइश चालू हो गई है इसमें 17 परसेंट पासी बिरादरी के वोटर हैं भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष बुद्धिलाल पासी को आगे कर कर के पासी बिरादरी में समीकरण साधने की कोशिश कर रही है वहीं पर कांग्रेस बछरावां विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुशील पासी जोक प्रदेश कार्यकारिणी में भी पदाधिकारी है उनको आगे कर कर पासी जाति के वोटो को अपने पक्ष में लामबंद करने की पूरी कोशिश कर रही है।

वहीं दूसरी जाति ब्राह्मण मतदाताओं की है जो कि लगभग 13 परसेंट है भाजपा इसे अपना परंपरागत वोट मानती है लेकिन इस बार कुछ बदली हुई स्थित नजर आ रही है जब कई बुद्ध जीवियों से इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि पिछले कई चुनाव से किसी ब्राह्मण प्रत्याशी को रायबरेली से भारतीय जनता पार्टी ने टिकट नहीं दिया है हर बार केवल लॉलीपॉप मिलता है अगर ब्राह्मण मतदाता भारतीय जनता पार्टी से नाराज होता है तो इसका बहुत भारी नुकसान भारतीय जनता पार्टी को उठाना पड़ सकता है वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने भाषणों में यह कह रहे हैं कि जनरल कास्ट के गरीब लोगों को आरक्षण का पूरा लाभ दिया जाएगा उन्होंने यह भी कहा की कई जगह ब्राह्मणों को टारगेट करके उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है 17 तारीख को राहुल गांधी और अखिलेश यादव की संयुक्त जनसभा भी होनी है कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता अपना पूरा जोर रायबरेली लोकसभा चुनाव पर लगा चुके हैं 2022 के विधानसभा चुनाव में रायबरेली से समाजवादी पार्टी को बहुत अच्छा रिजल्ट मिल चुका है पांच में से चार समाजवादी पार्टी ने जीत कर यह प्रदर्शन भी कर दिया वहीं भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ एक सीट वह भी मामूली अंतर से जितने में कामयाबी मिली आने वाले 5- 6 दिन रायबरेली की राजनीति में सियासी गठ जोड़ के रूप में देखने को मिलेंगे आने वाली 20 में और 4 जून परिणाम तय करेगा लेकिन खबर के माध्यम से जिले के सभी मतदाताओं से एक अपील भी है की ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग वोट करें और मतदान के इस महापर्व को सफल बनाएं।

 

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