करोड़ों जन्मों के पूण्य के बाद मिलता है भागवत कथा सुनने का अवसर : पंडित अनूप तिवारी
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के कुम्हरावां स्थित माता जी कुटी में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन पण्डित अनूप तिवारी ने कथा के महात्म्य का सुन्दर वर्णन किया। उन्होंने अपनी अमृतवाणी वाणी से कथा का बखान करते हुए कहाकि श्रीमद्भागवत में लिखा है कि जिसके करोड़ों जन्मों के पुण्य एकत्रित हो जाते हैं, वह व्यक्ति भागवत कथा सुनता है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा को सुनने का फल भागवत कल्पवृक्ष है। आप जिस मनोरथ के साथ श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करेंगे, आपके उस मनोरथ की सिद्धि होगी। आप अगर निर्धन हैं, धन की इच्छा लेकर सुनेंगे तो धनवान होंगे। रोगी हैं, निरोगी काया की इच्छा लेकर अगर कथा सुनेंगे तो निरोगी काया प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने मात्र से ही जीव का कल्याण हो जाता है।
विश्व में सभी कथाओं में से यह कथा श्रेष्ठ मानी गई है। जिस स्थान पर कथा का आयोजन किया जाता है, उसे तीर्थस्थल कहा जाता है। इसको सुनने एवं आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियों को ही मिलता है। ऐसे में अगर कोई दूसरा अन्य भी इसे गलती से भी श्रवण कर लेता है तो भी वह कई पापों से मुक्ति पा लेता है। इसलिए इस पवित्र कथा को श्रवण करके अपने जीवन को सुधारने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए।
अगर कोई किसी व्यवस्तता के कारण पूरी कथा नहीं सुन सकता है तो वह दो-तीन या चार दिन ही इसे सुनने के लिए अपना समय अवश्य निकाले। तब भी वह इसका फल प्राप्त करता है। इस मौके पर कुटी के महन्त रमेश कुमार, राम सागर मौर्य , द्वारिका प्रसाद मौर्य ,माताफेर, नरेंद्र, विनोद, किशोर, धीरज मौर्य व ग्राम प्रधान रमेश कुमार सहित भारी संख्या में महिलाएं व गांव के लोग मौजूद रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी