18 से 31 जनवरी तक जनपद में होंगे सास बेटा बहू सम्मेलन
रिपोर्ट -उपेंद्र शर्मा
- स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को दिये आवश्यक निर्देश
- कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आशा कार्यकर्ताओ से सहयोग की मांग
बुलंदशहर, 13 जनवरी 2023। परिवार नियोजन के तहत जनपद में 18 से 31 जनवरी तक सास-बेटा-बहू सम्मेलन आयोजित किये जाएंगे। स्वास्थ्य उप केंद्र स्तर पर होने वाले इस आयोजन के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. विनय कुमार सिंह ने सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया है। जिला परिवार नियोजन प्रबंधक (डीएफपीएम) ने समस्त प्रभारियों को कार्यक्रम को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। पखवाड़े का आयोजन ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में आशा और एएनएम संयुक्त रूप से करेंगी। जिन स्वास्थ्य उप केंद्रों पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हैं वहां सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) भी इस आयोजन में सहयोग करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार सिंह ने बताया जनपद में आयोजित सास बेटा बहू सम्मेलन को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं जनपद के स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सास बेटा बहू शामिल होंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाएगा। उसी दौरान स्वास्थ्य विभाग के परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के प्रति भी जागरूक किया जाएगा। जिससे वह अस्थाई साधनों का प्रयोग कर सकें। सास बेटा बहू सम्मेलन को सफल बनाने के लिए तैनात आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है। जो आयोजित कार्यक्रम को लेकर घर घर जाकर दंपति से मिलकर उन्हें कार्यक्रम में लाने के लिए प्रेरित करेंगी।
बता दें, मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के अंतर्गत आच्छादित जनपदों में वर्ष 2017-18 से आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से उपकेंद्र स्तर पर सास बहू सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य सास और बहू के मध्य समन्वय और संवाद बेहतर कर प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति पुरानी सोच उनके व्यवहार एवं विश्वास में बदलाव लाना है। परिवार के सभी निर्णयों में पुरुषों की सहमति सर्वोपरि होने के चलते सास-बहू सम्मेलन में बेटे का प्रतिभाग किया जाना आवश्यक मानते हुए सूबे के सभी जिलों में सास-बेटा-बहू सम्मेलन कराने का निर्णय लिया गया है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. सुनील कुमार ने बताया सास बेटा बहू सम्मेलन में एक वर्ष के दौरान नवविवाहित दंपति, एक वर्ष के अंदर उच्च जोखिम वाली गर्भवती, परिवार नियोजन का कोई साधन नहीं अपनाने वाले दंपति, तीन या उससे ज्यादा बच्चों वाले दंपति, ऐसे आदर्श दंपति जिनका पहला बच्चा विवाह के दो वर्ष बाद हुआ हो दूसरे बच्चे में कम से कम तीन वर्ष का अंतराल हो। आदर्श दंपति सम्मेलन के दौरान अपने अनुभव साझा करेंगे। दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन का स्थाई साधन अपनाने वाले और कोई साधन न अपनाने वाले दंपति भी कार्यक्रम के दौरान अपने अनुभव साझा करेंगे। उन्होंने बताया प्रयास यह करना है कि सास-बेटा-बहू सम्मेलन में बेटों की भागीदारी अधिक से अधिक हो। आयोजित कार्यक्रम को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है। आगामी दिनों में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।