बाराबंकी : न्याय की आस में दर दर ठोकरे खा रहा पीड़ित दलित परिवार

रिपोर्ट – मुन्ना सिंह

बाराबंकी : न्याय की आस में दर-दर भटक रहा पीड़ित परिवार नहीं मिला असंद्रा पुलिस से न्याय पुलिस अधीक्षक बाराबंकी की शरण में जा पहुंचा पीड़ित परिवार असंद्रा पुलिस से नही रही न्याय की उम्मीद पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार।

पीड़ित दलित परिवार न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक लगा रहा न्याय की गुहार लेकिन असंद्रा पुलिस के कानों में जू तक नहीं रेंगती‌ शादी के 2 दिन बाद ही नवविवाहिता प्रेमी संग हुई फरार इश्क का बुखार एक ऐसा बुखार है जिसके चढ़ने पर मां बाप समाज कुछ भी नजर नहीं आता फिर चाहे इश्क के खुमार में डूबे प्रेमी प्रेमिका को शादी के बाद भी भागना पड़ा तो इस कदम को उठाने पड़े तो बेझिझक उठान भरने लगते हैं।

ऐसा ही कुछ मामला बाराबंकी जिले के असंद्रा थाना क्षेत्र के असंद्रा गांव में बीते 15 मई को एक युवक ने नवविवाहिता को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला प्रकाश में आया है । इस मामले मे असंन्द्रा थाने की पुलिस को विवाहिता के परिजनो ने तहरीर देकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है । लेकिन असन्द्रा पुलिस इस ओर ध्यान ही नही दे रही फिलहाल बताते चलें कि पूरा मामला असंद्रा थाना क्षेत्र के असंद्रा गांव का है ,जहां पर भवानी भीख रावत पुत्र स्वर्गीय जगरूप रावत ने अपनी पुत्री की शादी 12 मई को हिन्दू रीति-रिवाज के साथ असंद्रा थाना क्षेत्र के रविंद्र पुत्र अज्ञात निवासी देवरा के साथ किया था।

शादी के मात्र 2 दिन बाद 15 मई को गांव के ही मनीष कुमार सोनी पुत्र शिव कुमार सोनी व अपने एक अन्य सहयोगी विनीत पुत्र अज्ञात की मदद से लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गए पूरा मामला 15 मई सुबह 4 बजे का बताया जा रहा है जानकारी होते ही पीड़ित ने स्थानीय थाना पर प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है ।

आश्चर्य की बात तो यह है की 15 मई को पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की लेकिन अभी तक असंद्रा पुलिस ने पीड़ित की एफ0 आई0 आर0 तक दर्ज नहीं की और न ही किसी प्रकार की कोई कार्यवाही की है पीड़ित का आरोप है कि असंद्रा थाने की पुलिस विपक्षी से सांठगांठ कर मामला रफा-दफा करने में लगी हुई है।

पीड़ित का आरोप है कि विपक्षी दबंग किस्म का व्यक्ति है शिकायत के बाद जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर तरह-तरह की धमकी दी जा रही हैं । और कहते हैं कि हमारी पकड़ शासन में बहुत ऊपर तक है तुम मेरा कुछ नहीं कर पाओगे इतना ही नहीं पीड़ित ने यह भी कहा की अब मुझे असंन्द्रा थाने की पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं रही इसलिए पुलिस अधीक्षक बाराबंकी को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है अब देखना यह होगा की जनपद के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक इस पर क्या कार्यवाही करते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *