किसानों की समस्याओं को लेकर हुआ किसान चौपाल का आयोजन
- किसान चौपाल में गूंजता रहा छुट्टा मवेशियों का मुद्दा
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के दामोदर खेड़ा मजरे शिवली में कृषकों ने किसान चौपाल लगाकर खेती-बाड़ी में आ रही दिक्कतों एवं किसान भाइयों की समस्याओं और उनके समाधान को लेकर विस्तार से चर्चा की किसान चौपाल में कृषक रामभवन ने किसान भाइयों को संबोधित करते हुए कहा कि खेतों की रखवाली करने के बाद भी छुटा मवेशियों से फसल बचाना मुश्किल हो रहा है। सरकार द्वारा यह छुटा मवेशियों से निजात नही दिलाई गई तो किसानों की हालत बद से बदत्तर हो जाएगी।
कृषक सुनील शुक्ला ने कहा कि क्षेत्र में आई छुट्टा मवेशियों की बाढ़ से निजात दिलाने के लिए सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए तो डीएम को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र के भवानीगढ़ चौराहे पर किसानों द्वारा आंदोलन किया जाएगा।
कौशल किशोर पाठक ने कहाकि किसानों को धान का न्यूनतम मूल्य मिल सके जिसको लेकर सरकार द्वारा क्षेत्र में कई धान खरीद केंद्र खोले गए हैं किन्तु केंद्र प्रभारियों की मनमानी की वजह से छोटे किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है केंद्र प्रभारियों द्वारा बड़े किसानों और व्यापारियों की धान की तौल की जा रही है और छोटे किसानों को लम्बी-लम्बी तारीखें दी जा रही हैं।
रामदेव, जीवन पाठक ने कहा कि बुवाई के समय समितियों में खाद उपलब्ध नहीं थी किसानों ने 1700 – 1800 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से प्राइवेट दुकानों से खाद लेकर गेहूं सरसों की बुवाई की है, गेहूं की बुवाई के बाद समितियों में खाद आई जिसके वितरण में भी मुंह देखी की गई। शिव प्रसाद, शिव बहादुर, गया प्रसाद,गुड्डू ने कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा तो करती हैं किंतु जब छुट्टा मवेशियों से फसल ही नहीं बचेगी तो कैसे किसानों की जीविका चलेगी और कैसे किसानों की आय दोगुनी होगी।
सुशील त्रिवेदी ने सरकार से किसानों की समस्याओं का निराकरण करने की मांग करते हुए कहा कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो किसान शान्त नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहाकि किसान देश का अन्नदाता है, किसानों से जुड़े मुद्दे सिर्फ किसानों की जीविका चलाने तक सीमित नहीं है, राष्ट्र की उन्नति का मामला है। किसानों की उन्नति के बिना राष्ट्र की उन्नति सम्भव नहीं है, उन्होंने कहा कि इसके बाद भी सरकार द्वारा किसानों की समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस मौके पर रामदेव,अवध, धर्मवीर, संतराम आदि लोग मौजूद रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी