ढाई साल की बच्ची के एक कूल्हे की सफल सर्जरी

रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा

  • 20-25 दिन बाद दूसरे कूल्हे की होगी सर्जरी
  • दूसरी सर्जरी के बाद चल-फिर सकेगी बच्ची
  • बच्ची को थी डेवलपमेंटल डिस्प्लेजिआ ऑफ़ हिप की समस्या

नोएडा, 20 अगस्त 2022। पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ (चाइल्ड पीजीआई) में ढाई साल की नन्हीं बच्ची के कूल्हे की सफल सर्जरी की गयी। बच्ची के पैदाइश से ही कूल्हे के जोड़ सही नहीं थे, इस कारण वह चल नहीं पाती थी। बच्ची के एक कूल्हे की अभी की गयी है। 20-25 दिन बाद उसके दूसरे कूल्हे की सर्जरी की जाएगी, उसके बाद अब वह चल-फिर सकेगी।

डॉ. अंकुर अग्रवाल ने बताया कि बारामुल्ला (कश्मीर) की नन्ही मासूम ने दो साल की उम्र में जब चलना शुरू किया तो उसके पैर ठीक से नहीं पड़ते थे। चिंतित मां-बाप ने हड्डी रोग विशेषज्ञ को दिखाया, तब पता चला कि बेटी को डेवलपमेंटल डिस्प्लेजिआ ऑफ़ हिप (डीडीएच) की समस्या है। इसमें पैदाइश से ही बच्चे के कूल्हे के जोड़ सही नहीं होते हैं और बच्चे के कूल्हे की हड्डी का गोला कटोरी से बाहर होता है।

इस बच्ची के भी दोनों कूल्हे के गोले कटोरी से बाहर थे। कश्मीर से डॉक्टरों ने इलाज के लिए दिल्ली रेफर कर दिया। दिल्ली में उनके एक रिश्तेदार जो सीआरपीएफ में कार्यरत हैं, उन्होंने माता पिता को चाइल्ड पीजीआई अस्पताल में परामर्श लेने की सलाह दी। चाइल्ड पीजीआई में शिशु अस्थि रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने बृहस्पतिवार को तीन घंटे से अधिक चली जटिल सर्जरी में बाएं कूल्हे के गोले को सफलता पूर्वक कटोरी में बिठा दिया।

सर्जरी की सफलता का श्रेय डॉ मुकुल जैन और निश्चेतना विभाग की उनकी टीम को भी जाता है, जिन्होंने पल पल यह ख्याल रखा कि सर्जरी के दौरान उच्च रक्त चाप न हो, जिससे रक्तस्राव कम से कम हो और सर्जरी को सफलता पूर्वक अंजाम दिया जा सके। बच्ची अब स्वास्थ लाभ ले रही है। चाइल्ड पीजीआई के निदेशक ब्रिगेडियर राकेश गुप्ता ने बच्ची के परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

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