प्रतिस्पर्धी माहौल में होता है बच्चों का विकास : रमेश बहादुर सिंह
- अगर ठान लिया जाए तो एक दिन मिलती है सफलता : पल्लवी अग्रहरि
- नानी तेरी मोरनी….. और वो है अलबेला…. पर थिरके नौनिहाल
रायबरेली । एसजेएस पब्लिक स्कूल भांव में वार्षिक उन्नति पत्र वितरण किया गया। बच्चों को मेडल, सर्टिफिकेट और विजेता कैप से सम्मानित किया गया।
एसजेएस ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन रमेश बहादुर सिंह और प्रधानाचार्य पल्लवी अग्रहरि ने सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की। इसके अलावा एसजेएस के शिल्पकार स्वर्गीय करन बहादर सिंह व स्वर्गीय मधुलता सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम की शरुआत स्वागत गीत से की गई। ‘स्वागत गीत’ के माध्यम से साक्षी, प्रखर, शिवानी तथा सर्वज्ञ ने अभिभावकों का स्वागत किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में एसजेएस ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन रमेश बहादुर सिंह ने कहा कि तमाम सर्वे बता रहे है कि कोरोना काल मे बच्चों के विकास का स्तर लगभग 25 फीसदी नीचे चला गया है।इस साल कड़ी मेहनत करनी होगी। बच्चों के बीच एक प्रतिस्पर्धी माहौल तैयार करना होगा क्यूंकि प्रतिस्पर्धी माहौल में ही बच्चों का विकास होगा।
एसजेएस भाव की प्रधानाचार्य पल्लवी अग्रहरि ने आए हुए समस्त अभिभावकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि कोरोना काल मे आपका सहयोग सराहनीय रहा। उन्होंने बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सफलता एक दिन में नही मिलती लेकिन अगर ठान लिया जाए तो एक दिन जरूर मिलती है।
वार्षिक उन्नति वितरण समारोह में प्री प्राइमरी विंग से अभिराज चौधरी, अनुरुद्ध प्रताप सिंह, सिद्धांत तथा राखी ने प्रथम स्थान अर्जित किया वहीं प्राइमरी विंग से अग्रिमा, रचित शुक्ला एवं नैतिक गुप्ता ने प्रथम स्थान हासिल किया। जूनियर विंग से देवांश, निशी चौधरी तथा शिवानी ने प्रथम स्थान अर्जित किया। इसी दौरान बच्चों द्वारा कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए जिनमें से ‘नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए’ और राधा कृष्ण होली गीत आकर्षण का केंद्र रहे।इसके अलावा विभिन्न प्रकार की स्कूल राइम्स ने वहां उपस्थित सभी अभिभावकों का मन मोह लिया।
इन कार्यक्रम को सफल बनाने में श्वेता, पिंकी, सुरेश, मृत्युंजय, अनुज, हीना, रीता, महिमा, प्रियंका, दीपांकर, अंकित, पूजा, प्रीति, काजल तथा स्वाती आदि अध्यापकों का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन पूजा सिंह ने किया।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी