जनपद में 4.56 लाख बच्चों का होगा नियमित टीकाकरण 

रिपोर्ट – उपेन्द्र शर्मा 

  • विशेष टीकाकरण अभियान नौ जनवरी से, तीन चरणों में चलेगा
  • शून्य से पांच साल तक के बच्चों को लगाया जाएगा टीका

बुलंदशहर, 6 जनवरी 2023। जनपद में शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए नौ से 20 जनवरी तक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा, जिसमें किसी भी कारणवश टीकाकरण से छूटे शून्य से पांच साल तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए आगंनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता, एएनएम और सुपरवाइजर को जिम्मेदारी दी गई है। अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा विनय कुमार सिंह ने जनपद में शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के निर्देश दिए हैं। विशेष टीकाकरण के दौरान जनपद का कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे। अभियान के लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मोबिलाइजेशन का कार्य और एएनएम टीकाकरण करेंगी। जनपद में 4.56 लाख बच्चों का टीकाकरण होना है। इसके लिए 1651 सत्र चलाने की योजना है।

 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया- गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों का नियमित टीकाकरण होना बेहद जरूरी है। शून्य से पांच साल तक के बच्चों के लिए जनपद के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है। जनपद में नौ जनवरी से विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत अब उन शून्य से पांच साल के बच्चों का टीकाकरण कराया जाएगा, जिनके अभी तक टीके नहीं लगे हैं या छूट गये हैं। उन्होंने कहा-बचपन में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए सबसे बेहतर उपाय टीकाकरण है। इससे धन, ऊर्जा एवं जीवन की बचत होती है।

टीकाकरण शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में काफी सहायक होता है। टीकाकरण के दौरान लगने वाली वैक्सीन शरीर को रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है। उन्होंने बताया – इसके लिए एएनएम आशाव आगंनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगी और टीकाकरण से होने वाले फायदे के बारे में अवगत कराएंगी।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एसके जैन ने बताया- विशेष टीकाकरण के तहत शून्य से पांच साल तक के उन बच्चे का टीकाकरण कराया जाएगा, जो किसी भी कारणवश टीकाकरण से छूट गए हैं।, स्वास्थ्य विभाग ने करीब 4.56 लाख बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। इसका पहला चरण नौ से 20 जनवरी, दूसरा चररण 13 से 23 फरवरी और तीसरा चरण 13 से 23 मार्च तक चलेगा। उन्होंने बताया- इसके लिये विभाग की ओर से पूरा सर्वे किया जा चुका है। बच्चों को बीसीजी, पैंटा, एमआर, आईपीवी , डीपीटी, टीडी, हेपेटाइसिस , मिजल रूबेला आदि के टीके लगाए जाएंगे।

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