शो पीस बन रहे है लाखो की लागत से बने शौचालय , स्वच्छ भारत मिशन को जिम्मेदार लगा रहे पलीता,खुले में शौच के लिए मजबूर है जनता

रिपोर्ट – मुन्ना सिंह 

बाराबंकी : भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांवों में लाखों की लागत से बनाए गए सामुदायिक शौचालय शोपीस साबित हो रहे हैं। ग्राम पंचायतों के ज्यादातर शौचालयों में ताला लटक रहा है। खुले में शौच मुक्त सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है जिससे मजबूरन लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है।सबसे ज्यादा परेशानी तो महिलाओं को उठानी पड़ रही है।

एक तरफ प्रदेश सरकार द्वारा लाखों करोड़ों रूपये खर्च कर गांवों में समुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। जिनके घर शौचालय नहीं बने हैं उन्हें खुले में शौच न करना पड़ेगा। इसी कड़ी में विकास खंड हैदरगढ़ की ग्राम पंचायत चकौरा में कहने को तो समुदायिक शौचालय का निर्माण करा दिया गया है। लेकिन जब से शौचालय बनकर तैयार हुआ है तब से लेकर आज तक ताला नहीं खुला है। ऐसा हम नहीं वहां के ग्रामीण कह रहे हैं। हमारे द्वारा गांव पहुंचकर सामुदायिक शौचालयों की हकीकत जानने का प्रयास किया गया तो वहां पर ताला लटक रहा था।

ग्रामीणों का कहना था जब से सामुदायिक शौचालय बनकर तैयार हुआ है तब से लेकर आज तक उसका ताला नहीं खुला है। ग्रामीणों ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि भले ही कागजों पर सामुदायिक शौचालय को पूर्ण दिखा दिया गया हो लेकिन अभी तक सामुदायिक शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है और ना ही विद्युत कनेक्शन कराया गया है, इसके अलावा ग्रामीणों ने और भी कई खामियां गिनाई कुल मिलाकर लाखों की लागत से ग्रामीणों के उपयोग के लिए बनाया गया सामुदायिक शौचालय निष्पोज्य साबित हो रहा है। जिनके घरों में शौचालय की व्यवस्था नहीं है मजबूरन उन्हें खुले में शौच करने जाना पड़ता है सबसे ज्यादा परेशानी गांव की महिलाओं को उठानी पड़ रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि जब सामुदायिक शौचालय पर ताला ही लटकाना था तो इसे बनाया ही क्यों गया है। कुल मिलाकर सामुदायिक शौचालय पर ताला लटका होने से गांव वालों के लिए सामुदायिक शौचालय की शोपीस साबित हो रहा है।

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