आकर्षण का केंद्र बना सार्वजनिक शौचालय कोटवा

  • प्रधान ललिता यादव ने सार्वजनिक शौचालय का कराया कायाकल्प।

शिवगढ़,रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोटवा में बना सार्वजनिक शौचालय इन दिनों लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। सार्वजनिक शौचालय की बाउंड्रीवॉल पर आकर्षक रंगों के माध्यम से की गई बस और रेल की सुन्दर वॉलपेंटिंग को दूर से देखकर ऐसा लगता है मानो साक्षात रेल और बस खड़ी हो। रोड से गुजरने वाले लोग अक्सर ठुठुक कर शौचालय की बाउंड्रीवॉल पर बनी बस और रेल देखने लगते हैं।

ग्रामीणों की माने तो कोटवा ग्राम पंचायत के विकास के प्रति हमेशा समर्पित रहने वाली ग्राम प्रधान ललिता यादव ने सार्वजनिक शौचालय का कायाकल्प कराकर ना केवल उसे अच्छा से अच्छा बनाने का प्रयास किया बल्कि उसकी खूबसूरती में उन्होंने चार चांद लगा दिए है। ललिता यादव ने बताया कि उनकी सोच है की कोटवा ग्राम पंचायत को क्षेत्र में एक आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में स्थापित किया जाए, जिससे उनका ही नहीं ग्रामीणों का भी नाम रोशन हो।

प्रधान प्रतिनिधि अनिल यादव ने बताया कि प्रधान बनने के बाद से ललिता यादव द्वारा ग्राम पंचायत में लगातार विकास कार्य कराए जा रहे हैं। पिछले एक साल में जितने भी काम कराए गए वह किसी से छुपे नही है। ग्राम पंचायत के सभी विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है। इसके साथ ही उनके द्वारा बेहतर से बेहतर कार्य कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि असली भारत गांवों में बसता है देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि गांव पूरी तरह स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त हो जिसके लिए घर – घर शौचालय बनवाए जाने के साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। जिसके अंतर्गत कोटवा ग्राम पंचायत में बने सार्वजनिक शौचालय का कायाकल्प कराने के साथ पूरे शौचालय परिसर में इंटरलॉकिंग कराए जाने के साथ ही बाउंड्रीवाल बनवाई गई है।

उनका दावा है कि सार्वजनिक शौचालय जितना अच्छा देखने में बाहर से लगता है उतना ही अच्छा अन्दर बना है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक शौचालय की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। किंतु विडंबना है कि अराजक तत्वों को विकास कार्य पसंद नहीं है जिन्होंने शौचालय की बाउंड्रीवॉल पर लिखें ग्राम प्रधान ललिता यादव के नाम को खुरेच दिया है। जिसको लेकर प्रधान समर्थकों में गहरी नाराजगी है।

हालांकि प्रधान प्रतिनिधि अनिल यादव ने नाम खुरेचे जाने को लेकर कहाकि मैं समझता हूं जिसने भी नाम खुरेचा है उसे शायद पसंद नहीं है कि ग्राम प्रधान का कोई नाम ले इसीलिए उसने अपने प्रधान के सम्मान में  ललिता यादव से ललिता खुरेच दिया है। जिसे अब लोग ग्राम प्रधान  यादव पढ़ते हैं।

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