कौए / सम्पूर्णानंद मिश्र

कौए /सम्पूर्णानंद मिश्र आंसू है दु:खी कौओं की आंखों में गहरे सदमे में हैं नहीं ग्रहण किए अन्न का एक भी कण आज दरअसल‌ निरंतर निर्मम प्रहार किया गया है … Read More