शिवपाल यादव ने महाभारत का उदाहरण देकर अखिलेश पर कसा तंज, पांडवों का उदाहरण देकर बयां किया अपना दर्द
विधानसभा चुनाव में साथ आए चाचा-भतीजे में चुनाव होते ही खींचातानी शुरू गई, इसी क्रम में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने एक बार फिर सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है। शिवपाल यादव अपने निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर के चौबेपुर में आयोजित एक धार्मिक समारोह मे बोल रहे थे, जहां उन्होंने खुद को भरत और श्री कृष्ण के चरित्र से जोड़कर पेश किया। शिवपाल यादव ने यहां कहा, ‘संकट से कोई बच नहीं सका है। संकट तो भगवान राम पर भी आया। राजतिलक होने जा रहा था, लेकिन कैकई के कारण हो गया वनवास। इसके बाद भरत ने राम की चरण पादुका रखकर 14 साल राजपाट चलाया।
शिवपाल यादव ने महाभारत का उदााहरण देते हुए आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म जेल में हुआ था। कंस ने अपनी बहन देवकी और बहनोई को जेल में डाल दिया था, जहां पर श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। उन्होंने कहा, ‘कौरवों और पांडवों के बीच में महाभारत का युद्ध नहीं होता, लेकिन एक गलती के कारण युद्ध के हालात बन गए। पांडवों को जुआ नहीं खेलना चाहिए था। अगर जुआ खेलना ही था तो दुर्योधन से खेलना चाहिए था। शकुनी से जुआ नहीं खेलना चाहिए था।
शिवपाल यादव ने कौरव पांडव का नाम लेकर अपना दर्द बयां किया। शिवपाल यादव ने इस दौरान अपनी दर्द को बयान करते हुए कहा, ‘पांडव तो केवल 5 गांव मांग रहे थे। अगर पांडवों को 5 गांव मिल गए होते तो युद्ध होता ही नहीं होता।’ उन्होंने कहा कि कौरवों और पांडवों के बीच जब युद्ध हुआ तो श्री कृष्ण पांडवों के सारथी बने और युद्ध पांडवों ने जीत लिया। कौरव सबसे शक्तिशाली और ताकतवर थे, लेकिन भगवान श्री कृष्ण के पांडवों के सारथी बनने से महाभारत का युद्ध पांडवों ने जीत लिया।