दिशा से मिल रही जनपद रायबरेली को नई दिशा, राहुल गांधी की अध्यक्षता में हो चुका विकास कार्यों का समाधान
रायबरेली। जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठकों ने जनपद रायबरेली के विकास को नई गति दी है। नेता प्रतिपक्ष एवं सांसद राहुल गांधी की अध्यक्षता में अब तक दो बैठकें हो चुकी हैं और तीसरी बैठक 11 सितंबर को प्रस्तावित है।
इन बैठकों के दौरान वर्षों से लंबित कई समस्याओं का समाधान निकला है—
लालगंज बाईपास का रेलवे ओवरब्रिज: वर्षों से जर्जर इस पुल का निर्माण कार्य दिशा बैठक में बार-बार उठने के बाद पूरा हुआ। अब आवागमन सुगम हो गया और लालगंज की जाम समस्या खत्म हुई।
दोसड़का से सेमरी तक मार्ग: यह मार्ग लंबे समय से जर्जर था। दिशा बैठक में मुद्दा उठने के बाद अब सड़क बनकर तैयार है और लोगों को काफी राहत मिली है।
एम्स रायबरेली में डॉक्टरों की भर्ती: डॉक्टरों की कमी का मामला दिशा बैठक में उठने के बाद एम्स में 80 से अधिक पदों पर नई भर्तियां हुईं, जिससे मरीजों को बेहतर सुविधा मिलने लगी है।
शिक्षकों का लंबित वेतन: नगर पालिका बालिका इंटर कॉलेज की शिक्षिकाओं को बढ़ा हुआ वेतन नहीं मिल रहा था। दिशा की बैठक के बाद उनकी समस्या का निस्तारण हुआ।
अभी भी बाकी हैं कुछ मुद्दे
अमावा ब्लॉक के मैनूपुर ग्राम का जर्जर मार्ग जिला पंचायत और लोक निर्माण विभाग के बीच अटका है।
ऊंचाहार रेलवे ओवरब्रिज की सर्विस रोड का कार्य अभी अधूरा है।
भोजपुरी दशा रानी मंदिर से उन्नाव सीमा तक 6 किलोमीटर सड़क का प्रस्ताव शासन में लंबित है।
क्या है दिशा समिति?
केंद्र सरकार ने जनपद स्तर पर योजनाओं की निगरानी और सही दिशा देने के लिए दिशा समिति का गठन किया है। सांसद इसकी अध्यक्षता करते हैं और हर तीन माह में बैठक अनिवार्य होती है। मई 2025 से 34 नई योजनाओं को जोड़कर अब यह समिति 102 सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग कर रही है।
अगली बैठक 11 सितंबर को कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन में आयोजित होगी, जिसमें राहुल गांधी शामिल होंगे। जिला प्रशासन और विकास विभाग के अधिकारी तैयारी में जुटे हैं।











