SHIVPAL SINGH YADAV ने उठाया ये बड़ा कदम भतीजे अखिलेश यादव बैकफुट पर
उत्तर प्रदेश/ लखनऊ : आजकल राजनीतिक गलियारे में बड़े जोरों की चर्चा चल रही है की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी(प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संस्थापक शिवपाल सिंह यादव समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव के चाचा जल्द ही अपने बेटे आदित्य वह हजारों समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं यही नहीं उनके साथ आजम खान के आने के भी चर्चा तेज हो गई है क्योंकि आजम खान भी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से खासे नाराज चल रहे हैं ।
उनका आरोप है कि पिछले 2 साल से जेल में होने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उनसे केवल एक बार ही मिलने जेल में आए कहीं पर भी उनका कोई सहयोग नहीं किया प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के संस्थापक शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी की राष्ट्रीय/ प्रादेशिक जिला स्तरीय मंडल स्तरीय सभी समितियों को भंग कर दिया है।
शिवपाल सिंह यादव के इस कदम से समाजवादी पार्टी में बेचैनी
बसपा के संस्थापक शिवपाल सिंह यादव ने अपनी पार्टी की राष्ट्रीय प्रादेशिक मंडल स्तरीय जिला स्तरीय सभी समितियों को भंग कर दिया है इससे यह संकेत साफ तौर पर मिल रहे हैं कि उनका भारतीय जनता पार्टी में जाना लगभग तय माना जा रहा है।
इस बार शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के सिंबल पर ही जसवंत नगर से चुनाव लड़ कर रिकॉर्ड एक लाख से अधिक मतों से विजय हासिल की है लेकिन चुनाव के बाद से ही उनके और अखिलेश यादव के बीच में दूरियां साफ तौर से देखी जा सकती हैं पार्टी की किसी भी बैठक में शिवपाल सिंह नहीं गए हैं । उनका आरोप है कि उनको समाजवादी पार्टी की तरफ से किसी भी बैठक में बुलाया ही नहीं गया है।
भाजपा शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में
अगर सूत्रों की माने तो भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के समक्ष जल्द ही शिवपाल सिंह यादव अपने बेटे आदित्य यादव वह हजारों समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे अगर ऐसा होता है तो समाजवादी पार्टी को भारी क्षति का सामना करना पड़ेगा क्योंकि शिवपाल सिंह यादव का जनाधार निचले स्तर पर काफी मजबूत माना जाता है ।उन्होंने समाजवादी पार्टी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई यह बात प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं उनके बड़े भाई मुलायम सिंह यादव सार्वजनिक मंचों से स्वीकार भी कर चुके हैं।