रायबरेली : खीरों में अवैध अस्पताल को सीएचसी अधीक्षक ने किया सील
- पुलिस फोर्स सहित मौके पर पहुंची स्वास्थ्य टीम
खीरों रायबरेली। थाना क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा खीरों समेत पूरे क्षेत्र में अवैध नर्सिंग होम, अवैध पैथोलॉजी और झोलाछाप की भरमार है। डेथ पॉइंट बन चुके ऐसे अवैध और मानक विहीन केंद्र आए दिन मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करते रहते हैं। ताजे मामले में खीरों कस्बे के पाहो रोड पर स्थित आरोही अस्पताल में भ्रूण हत्या के बाद महिला को एक्सपायरी डेट की दवाएं थमा दी गई थी। मामले में महिला के परिजनों ने पुलिस को तहरीर दिया था। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस फोर्स सहित पहुंचकर अचानक अस्पताल पर छापेमारी की कार्रवाई की।
जिसके बाद क्षेत्र के अवैध हॉस्पिटल, अवैध पैथोलॉजी और झोलाछाप में हड़कंप मच गया। सीएचसी अधीक्षक ने अवैध अस्पताल के खिलाफ लिखित कार्यवाही करते हुए उसे सील कर दिया। सीएचसी अधीक्षक डॉ इफ्तिखार अहमद ने बताया कि अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नहीं है। पूरी तरह से मानक विहीन और अवैध अस्पताल के संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
ताजा मामला यह है कि महोबा जिले के सेवार गांव निवासी जयपाल खीरों क्षेत्र के बरौला गांव स्थित एक ईट-भट्टे में परिवार समेत मजदूरी करता था। 2 दिन पहले शनिवार की रात को जयपाल की पत्नी जीतू के पेट में अचानक दर्द होने लगा। उसकी पत्नी गर्भवती थी। वह पत्नी को लेकर आरोही अस्पताल में पहुंच गया। अस्पताल में उसे बताया गया कि उसकी पत्नी का खून चल रहा है, इसलिए गर्भपात करना पड़ेगा।
जयपाल के लाख विनती करने के बावजूद उससे 2500 रुपये लेकर उसकी पत्नी का गर्भपात करा दिया गया। इंजेक्शन और दवाइयों के नाम पर 1400 रुपये अलग से मांगे गए। जयपाल ने ईट भट्ठा मालिक को फोन किया। कुछ देर बाद ईट भट्ठा मालिक समेत अन्य लोग पहुंचे तो देखा कि मरीज को दी गई सभी दवाईयां एक्सपायरी डेट की थीं। यह देख कर सभी ने हंगामा शुरू कर दिया। मामला बढ़ने पर पीड़ित परिवार ने पुलिस को घटना की तहरीर दिया। मामले की शिकायत सीएमओ डॉ बीरेंद्र सिंह तक पहुंची। सीएमओ के आदेश पर सोमवार को सीएचसी अधीक्षक ने अचानक पुलिस फोर्स के साथ अस्पताल में छापेमारी की कार्यवाही किया।
अवैध अस्पताल का संचालक मौके पर चोरी-छिपे सामान निकालते मिला। संचालक अस्पताल से संबंधित कोई कागजात नहीं दिखा सका सीएचसी अधीक्षक व स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल लोगों ने अवैध अस्पताल को सील कर नोटिस चस्पा कर दिया। सीएचसी अधीक्षक डॉ इफ्तिखार अहमद ने बताया कि अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई बेहतर और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जरूरतमंद रोगियों को सीएचसी आना चाहिए। एसएचओ आदर्श सिंह ने बताया कि तहरीर मिलने पर अस्पताल संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।