राहुल गांधी के समर्थन में खुलकर सामने आई महबूबा मुफ़्ती, ईडी की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

नेशनल हेराल्ड मामले से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से ईडी पूछताछ कर रही है। उनकी मां सोनिया गांधी को भी 23 जून को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए को कहा गया है। इन सब के बीच पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राहुल गांधी का समर्थन किया है। उन्होंने राहुल से पूछताछ के मसले पर कहा कि वर्तमान में जितनी भी जांच एजेंसी है, वह सरकार के पार्टनर के रूप में काम कर रही हैं। जो सरकार कहती है वह वही करती हैं। विपक्ष के नेताओं को जेल में डालते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी को परेशान किया जा रहा है, जिनके पूर्वजों ने इस देश को बहुत कुछ दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में न्यायपालिका का बड़ा रोल है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह जो हिंदुस्तान है, वह पूरी दुनिया में अपनी भाईचारे, धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र के लिए जाना जाता था। लेकिन भाजपा ने सब का बेड़ा गर्क कर दिया है।

 

महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि देश से अल्पसंख्यकों को बेदखल करने की कोशिश की जा रही है, उनका कोई सुनने वाला नहीं है। उनके कपड़ों पर सवाल उठाए जाते हैं। उनके खाने-पीने पर सवाल उठाए जाते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इसमें सरकार का पूरा तौर पर हाथ होता है। महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि गांधी और नेहरू ने इस मुल्क के लिए किया था, उससे बिल्कुल उल्टा भाजपा कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके आने वाले समय में परिणाम खतरनाक हो सकते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आप से 20-25 करोड़ लोगों को बेदखल नहीं कर सकते। उनका वजूद नहीं मिटा सकते। उन्होंने बुलडोजर की कार्रवाई पर साफ तौर पर कहा कि यह बदले की सियासत है। महबूबा ने यह भी कहा कि वर्तमान में जो न्यायपालिका है। वह खामोश है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष सवाल उठाता है तो उनके पीछे ईडी को लगा दिया जाता है। उनको जेल में डाला जाता है। इसके साथ ही महबूबा ने मीडिया पर भी सवाल उठाए।

 

राहुल गांधी का समर्थन करते हुए महबूबा ने कहा कि वह सरकार के खिलाफ लगातार कुछ न कुछ बोलते रहते हैं। उनको खामोश करने के लिए ईडी की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से ईडी, एनआईए और अन्य सरकारी एजेंसियों का भाजपा द्वारा दुरुपयोग किया गया है क्योंकि वे उन्हें एक गठबंधन पार्टी के रूप में मान रहे हैं जो केंद्र सरकार की दिशा में चल रही है। संवाददाताओं से बातचीत में महबूबा ने यह भी कहा कि नुपुर शर्मा द्वारा एक रणनीति के तहत विवादित बयान दिया गया था, ताकि कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा और उनकी हत्याओं से ध्यान भटकाया जा सके, जिन्हें रोकने में भाजपा सरकार नाकाम रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नुपुर शर्मा की विवादित टिप्पणियों के कारण देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई, लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने आरोप लगाया कि नुपुर शर्मा बयान ने इस तरह का बयान मुसलमानों को भड़काने के लिए दिया था, ताकि सरकार को उनके घरों पर बुलडोजर चलाने, उन पर गोलियां चलाने और उन्हें गिरफ्तार करने का बहाना मिल सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *