बैसवारे के उत्कर्ष को मयराष्ट्र नवरत्न चेतना सम्मान
श्री डेस्क : क्रांति धरा मेरठ में लालगंज के युवा हास्य कवि उत्कर्ष उत्तम को मयराष्ट्र नवरत्न चेतना सम्मान से सम्मानित किया गया।यह सम्मान हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा देश के 21 युवा कवियों को प्रदान किया गया।जिसमे बैसवारे के उत्कर्ष उत्तम ने अपना नाम दर्ज कराया है।
उत्कर्ष ने अपनी विधा का एक छंद पढ़ा जिस पर पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा-
एक दिन नेता जी का लड़का यूँ बोला सुनो,
राजनीती सीखनी मैं शिष्य बनूँ आप का ।
सारे गुर सिखला दो आप मुझको पिता जी,
या कुछ सिखा दो ज्ञान पुण्य और पाप का ।
बोले पिता जी की बेटा छत पर चढ़ जाओ,
और कूद जाओ लेके राम नाम जाप का ।
टूट गयी टांग बोला क्या किये पिता जी आप,
बोले पॉलीटिक्स में भरोसा नहीं बाप का ।
देश में ओज के हिमालय कहे जाने वाले कवि हरि ओम पवार एवं उत्तर प्रदेश ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर देश की बड़ी कवियत्री डा अनामिका जैन अंबर ,हिंदी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष सौरभ जैन सुमन ,आशीष अनल , शायर गुणवीर राणा के करकमलो से उन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ है। पत्रकार से बात करते हुए उत्कर्ष ने कहा कि साहित्यिक धरा बैसवारे में जन्म लेना उनके लिए सौभाग्य की बात है।वह सदैव अपनी रचनाधर्मिता से बैसवारे का मान बढ़ाते रहेंगे