हिंदी शिक्षण को बाल केंद्रित सहज एवम सुगम बनाना ही प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य-शेषवाला वर्मा

रायबरेली-बच्चों की अधिगम क्षति को दूर करने के लिए उपचारात्मक शिक्षण एवं प्रशिक्षण प्रदान करने की कवायद की जा रही है इसी क्रम में जनपद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी पढ़ाने वाले शिक्षकों का तीन दिवसीय उपचारात्मक प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला शिक्षा एवम प्रशिक्षण संस्थान रायबरेली में संस्थान की प्राचार्या/उप शिक्षा निदेशक शेषवाला वर्मा द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवम दीप प्रज्वलित करके किया गया। वर्मा ने प्रशिक्षण के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण शिक्षकों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा । वरिष्ठ प्रवक्ता  राजेंद्र प्रसाद ने प्रतिभागियों से पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षण लेने को कहा।

तीन दिवसीय यह प्रशिक्षण 50,50 के बैचों में संचालित किया जा रहा है प्रशिक्षण प्रभारी डॉ अनीता ने बताया कि कक्षा 6,7 और 8 के बच्चों में हिंदी विषय में आए अधिगम अंतराल को भरने के लिए राज्य हिंदी संस्थान वाराणसी द्वारा 50 दिन का कार्य पत्रक (कार्य पुस्तिका) का विकास किया गया है जिसके प्रयोग से अधिगम अन्तराल को दूर किया जा सकेगा।

विभिन्न परिस्थितियों के कारण बच्चों में हिंदी भाषा सीखने की अपेक्षित गति में कठिनाई प्रदर्शित हो रही थी। कक्षा कक्ष में शिक्षण प्रक्रिया के दौरान स्पष्ट,शुद्ध एवं प्रभावशाली भाषा का बच्चों के सीखने के परिणामों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है बच्चों में अपेक्षित भाषायी कौशल के विकास के दृष्टिगत उच्च प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों हेतु शिक्षक संदर्शिका एवं बच्चों के लिए कार्य पुस्तिका का विकास किया गया है शिक्षक संदर्शिका एवं कार्यपुस्तिका के विद्यालय स्तर पर सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण हो रहा है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आलोक में वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए हिंदी भाषा के उपचारात्मक शिक्षण पर आधारित प्रशिक्षण हेतु दक्ष माड्यूल में सुझाई गई युक्तियां, गतिविधियां एवं शिक्षण योजना कक्षा शिक्षण को बाल केंद्रित सहज और सुगम बनाने में सहायक हो तथा हिन्दी भाषा सिखाने में गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है प्रशिक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, उपचारात्मक शिक्षण,भाषायी कौशल ,रचनात्मक लेखन और व्याकरण आदि पर शिक्षकों ने विभिन्न सत्रों में गहनता से संवाद किया और विद्यालय में कक्षा शिक्षण के दौरान इनको लागू कराने का संकल्प भी लिया।

प्रवक्ता सन्तोष कुमार यादव ने बताया कि भाषा का प्रशिक्षण मुख्य रूप से संतुलित भाषा शिक्षण के सिद्धांत पर तैयार किया गया है जो गतिविधियों और अभ्यास कार्यों से बच्चों को सीखने के लिए प्रेरित करेगा जिससे बच्चे सतत रूप से सीखते हुए वांछित दक्षता को हासिल कर पाएंगे प्रवक्ता डॉ मोहम्मद जुबैर ने समझकर पढ़ने और पठन के चरणों की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रशिक्षण में कराई जा रही गतिविधियों से बच्चों के ड्रॉप आउट होने की संभावना भी कम होगी संदर्भदाता दीपाली शर्मा दिलीप कुमार दीपिका और सरिता बाजपाई आदि ने अपने विषयों पर वृहद और प्रभावशाली सत्रों का संपादन किया प्रशिक्षण में राही, महराजगंज, लालगंज आदि ब्लॉक के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।

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