कराटे से होता है आत्मविश्वास का निर्माण : प्राचार्य मनोज कुमार
- आत्मरक्षा के लिए छात्राओं को शिक्षा के साथ देना जरूरी है कराटे प्रशिक्षण
- केवी शिवगढ़ में छात्राओं को दिया जा रहा पांच दिवसीय कराटे प्रशिक्षण
अंगद राही /शिवगढ़,रायबरेली। केंद्रीय विद्यालय शिवगढ़ में दिए जा रहे पांच दिवसीय कराटे प्रशिक्षण के चौथे दिन प्रशिक्षक सेंसई शिवानी साहू,आशीष जायसवाल ने छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए बताया कि किसी मनचले अथवा किसी अन्य के द्वारा पीछे से गला पकड़ने पर, पीछे से कमर पकड़ने पर, पीछे से हाथ अथवा बाल पकड़ने पर किस तरह से अपना बचाव करें।
सेंसई शिवानी साहू ने छात्राओं को हमलावर के वीक पॉइंटों पर पंच मारने की तकनीकी सिखाई। इसके साथ ही फेस नी किक,साइड चेस्ट किक, लोअर पंच, फेस ब्लॉक, चेस्ट ब्लॉक, लोअर ब्लॉक एवं बॉडी के अन्य वीक प्वाइंटों पर पंच मारने का अभ्यास कराया गया। ज्ञात हो कि केंद्रीय विद्यालय शिवगढ़ में बीते मंगलवार से कक्षा 6 से कक्षा 12 की छात्राओं को पांच दिवसीय कराटे प्रशिक्षण देकर आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं। विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार ने छात्राओं को कराटे सीखने के फायदे बताते हुए कहा कि कराटे सीखने से शरीर सक्रिय रहता है, शरीर स्वस्थ रहता है, शारीरिक शक्ति बढ़ती है।
आत्मविश्वास एवं स्फूर्ति का निर्माण होता है। तेजी से मानसिक विकास होता है, नेत्रत्व की क्षमता का निर्माण होता है। उन्होंने कहाकि छात्राओं को शिक्षा के साथ कराटे प्रशिक्षण देकर आत्मरक्षा के गुर सिखाना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि कराटे सीखी हुई एक छात्रा आवश्यकता पड़ने पर कई मनचलों को पंच मारकर धराशाई कर सकती, अपनी रक्षा एवं बचाव कर सकती हैं। इस मौके पर खेल शिक्षक आशीष सिंह, योग शिक्षक अखिल सिंह,महेश कुमार के साथ ही भारी संख्या में छात्राएं मौजूद रही।