विद्युत करंट से कृषक की हृदय विदारक मौत ! मचा कोहराम

  • फर्राटा पंखा लगाते समय विद्युत करंट की चपेट में आया कृषक

अंगद राही/शिवगढ़,रायबरेली। शिवगढ़ थाना क्षेत्र के रायपुर नेरुवा में फर्राटा पंखा लगाते समय विद्युत करंट की चपेट में आने से 40 वर्षीय कृषक रामप्रकाश की हृदय विदारक मौत हो गई। जिसकी मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया। गौरतलब हो कि ग्राम पंचायत रायपुर नेरुवा में बारिश से कृषक रामप्रकाश का छप्पर टपक रहा था जिसको लेकर रविवार की शाम बारिश निकलने पर वह छप्पर पारने लगा।

छप्पर पारने के बाद वह साफ सफाई करने लगा और पत्नी अनीता को खेत से छुट्टा मवेशियों को भगाने के लिए भेज दिया। रामप्रकाश घर में अकेला था गर्मी लगने पर वह जैसे ही फर्राटा पंखा लगाने लगा विद्युत करंट की चपेट में आ गया। मवेशियों को भगाकर घर वापस लौटी पत्नी अनीता ने देखा तो पति रामप्रकाश जमीन पर नीचे और पंखा उसके ऊपर पड़ा था।

पत्नी ने सूझबूझ से काम लेते हुए डण्डे से तार को हटाया और पति को उठाने लगी पति को बेचेत देखकर पत्नी चीख पड़ी जिसकी आवाज सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने आनन-फानन में कृषक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात कृषक रामप्रकाश को मृत घोषित कर दिया।

सूचना पर अस्पताल पहुंची पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पीएम के लिए भेज दिया। रामप्रकाश की मौत की सूचना मिलते ही अस्पताल में ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई परिजनों के करुण क्रंदन से अस्पताल परिसर में कोहराम मच गया। थाना प्रभारी निरीक्षक अरुणेश कुमार गुप्ता ने बताया शव पीएम के लिए भेज दिया गया है। प्रधान रतीपाल रावत ने मृतक के परिजनों को ढाढ़स बंधाते हुए हर सम्भव मदद का भरोसा दिया।

4 बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया 

रामप्रकाश की मौत से 4 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। बेटी शिवानी उम्र 11 वर्ष, खुशी उम्र 5 वर्ष, पुत्र अजय उम्र 7 वर्ष, पिंटू उम्र ढाई वर्ष का रो-रोकर बुरा हाल है।

पत्नी पर टूटा मुसीबतों का पहाड़

पति रामप्रकाश की मौत से पत्नी अनीता पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। पति को लेकर अस्पताल पहुंची अनीता को जब डॉक्टरों ने बताया कि उसके पति की मौत हो गई है तो। मानों उसके पैरों के तले से जमीन खिसक गई हो मूर्छित होकर वह वहीं गिर पड़ी।

होश आने पर फफक – फफक कर यही कह रही थी कि कैसे वह बच्चों का पालन पोषण करेगी और कैसे परिवार की जीविका चलाएगी। वह फफक- फफक कर यही कह रही थी कि उसे नहीं मालूम था कि मौत उसके पति को हमेशा के लिए छीन लेगी। यदि उसे मालूम होता तो वह पति को अकेले छोड़कर मवेशियों को भगाने खेत नहीं जाती। ग्रामीणों का मानना है कि यदि पत्नी अनीता घर में होती तो उसके पति रामप्रकाश की जान बच सकती थी।

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