असदुद्दीन ओवैसी ने फिर की मुस्लिम समुदाय को भड़काने की कोशिश, इस बार उठाया ये मुद्दा
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद में हो रहे सर्वे को लेकर एक बार फिर मुस्लिमों को भड़काने की कोशिश की है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत में कभी भी मुस्लिम वोटबैंक नहीं था और समुदाय कभी भी देश के शासन नहीं बदल सकता है। मुस्लिमों का लोकतंत्र में कोई स्थान है ही नहीं अगर ऐसा होता तो बाबरी मस्जिद पर कोर्ट का जो आदेश आया वो नहीं आता और अब ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा भी इसी तरह है।
दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी का ये बयान वाराणसी की अदालत द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण के आदेश को लेकर है। आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित मस्जिद में अदालत द्वारा अनिवार्य सर्वेक्षण शुरू दिया है और 50 प्रतिशत काम पूरा भी कर लिया गया है।
ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण को मुद्दा बनाकर ओवैसी ने कहा, “मुसलमान देश में शासन नहीं बदल सकते। आपको गुमराह किया गया है। मुसलमान हमेशा सोचते थे कि वे वोट बैंक हैं। लेकिन यह सच नहीं है, इस देश में कभी कोई मुस्लिम वोट बैंक नहीं था और न ही होगा।”