दो दिवसीय प्रशिक्षण में ट्रेंड हो रहे एंबुलेंस कर्मी
– एम्बुलेंस कर्मियों को ऑक्सीजन लगाना, बीपी चेक करना सिखाया
– एम्बुलेंस रखरखाव के बारे में भी कर्मचारियों को दी गयी जानकारी
उपेंद्र शर्मा /बुलंदशहर : सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य में एम्बुलेंस अहम भूमिका निभा रही हैं। इसके माध्यम से सामान्य मरीज, गर्भवती, हादसे में गंभीर घायल लोगों को प्राथमिक उपचार के साथ जल्दी नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। संचालित एम्बुलेंस सेवा को बेहतर बनाने के लिए जनपद के एम्बुलेंस कर्मियों को अलीगढ़ स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में आपात स्थिति से निपटने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया, ताकि एम्बुलेंस कर्मी समय से मरीज को प्राथमिक उपचार प्रदान कर सकें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया- जनपद में संचालित एंबुलेंस कर्मियों को अलीगढ़ जनपद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में दो दिवसीय प्रशिक्षण किया जा रहा है। जनपद से हर रोज नौ एंबुलेंस कर्मियों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। जल्दी ही सभी एंबुलेंस कर्मी प्रशिक्षत हो जाएंगे। एंबुलेंस हर रोज प्रशिक्षण के बाद एम्बुलेंस कर्मी अपने कार्य और बेहतर तरीके से कर सकेंगे। प्रशिक्षित कर्मी आपात स्थिति को समय रहते सकुशल संपन्न कर सकेंगे। उन्होंने बताया- जनपद के हाईवे पर 108 की सभी एम्बुलेंस के लिए निर्धारित स्थान चिन्हित किये गये हैं, जिससे सूचना मिलते ही घटनास्थल पर चंद मिनट में एम्बुलेंस पहुंच जाती है और जल्दी ही मरीज को अस्पताल में भर्ती करा दिया जाता है। मरीज की हालत गंभीर होने पर उसको बेहतर इलाज देने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। विषम परिस्थितियों में भी कर्मचारी खुद की परवाह न कर सेवाभाव को प्रमुखता देते हैं। मरीज की गंभीर हालत होने पर उच्च चिकित्सकों की सलाह पर मरीजों को उपचार देते हुए अस्पताल में भर्ती कराते हैं। उन्होंने बताया शासन की ओर से उपलब्ध एम्बुलेंस सेवा बिल्कुल निःशुल्क है, जिसको 24 घंटे किसी भी आपातकालीन स्थिति में कोई भी व्यक्ति 108 व 102 नंबर पर फोन करके बुला सकता है।
एम्बुलेंस सेवा के प्रभारी योगेंद्र कुमार ने बताया- जनपद के सभी एम्बुलेंस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान समय पर ऑक्सीजन लगाना, बीपी चेक करना, स्ट्रेचर को सही से प्रयोग करना, एम्बुलेंस की साफ-सफाई और कुछ जरूरी दवाइयों के बारे में जानकारी दी। यदि मरीज को समय से ऑक्सीजन और प्राथमिक उपचार मिल जाता है तो उसकी जान बचाई जा सकती है।