डॉ. सविता चड्ढा को मिला राष्ट्र भारत रत्न अटल सम्मान
श्री डेस्क : दिनांक 25 दिसंबर 2023 को सर्व प्रिय विश्व विख्यात नेता भारत के पूर्व प्रधान मंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपाई के जन्म दिवस के पुनीत अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना भवन सभागार लखनऊ में प्रिंट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन (PMWJA) के तत्वाधान में एक विशाल भव्य कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्र के सुदूर प्रदेशों से व विदेशों से जैसे दुबई कैलिफोर्निया के अलावा देश भर से प्रसिद्ध साहित्यकारों को आमंत्रित कर उन्हें ” भारत रत्न अटल रत्न सम्मान 2023″ से सम्मानित किया गया। इसी अवसर पर दिल्ली से पधारी वरिष्ठ साहित्यकार डॉ सविता चड्ढा को भी अटल सम्मान प्रदान किया गया । इस अवसर पर बहुत से पत्रकारों, समाज सेवियों को भी सम्मानित किया गया। इस आयोजन को लिमरा न्यूज चैनल ने लाइव टेलीकास्ट किया व मीडिया व पत्रकारों ने कवर किया।
कार्यक्रम बहुत ही सफल रहा इसके लिए PMWJA के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीज सिद्दकी साहब व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रीमा सिन्हा को बहुत बहुत बधाई व शुभकामनाएं।
उल्लेखनीय है कि डॉ सविता चडढा पिछले 4 दशकों से निरंतर साहित्य सृजन में रत है और आपके लेखन में विभिन्न विधाओं कहानी, कविता पत्रकारिता, लेख, बाल साहित्य आदि में अब तक 50 से अधिक ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं।
डॉ. सविता चड्ढा 1984 से साहित्य सृजन के क्षेत्र में निरंतर लेखन कार्य कर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साहित्यिक क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान कायम की हैं। राही रैकिंग के सर्वे में इस वर्ष के 100 बड़े रचनाकारों की सूची में शामिल किया गया है।
बहुमुखी प्रतिभा की धनी सुप्रसिद्ध कहानीकार डॉ. सविता चड्ढा की विभिन्न विधाओं पर 50 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। आपकी पत्रकारिता विषयक चार पुस्तकें दिल्ली,मेरठ ,पंजाब,व अंबेडकर विश्वविद्यालय में पढ़ाई जाती है।
आपके लेखन,कहानियों पर टेली फ़िल्म बन चुकी है और शोध कार्य चल रहे है।डॉ. सविता चढ्ढा को राष्ट्रीय स्तर पर साहित्य सृजन एवं राष्ट्र भाषा हिंदी के संवर्धन व विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए हरियाणा के नाम को गौरव प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने “साहित्य गौरव सम्मान” सम्मान स्वरूप 2 लाख रुपये की राशि, शॉल, प्रतीक चिन्ह से संम्मानित किया था। आपको पूर्व में भी साहित्य,लेखन, व सामाजिक सरोकारों के लिए अनेक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सम्मान व। हैं जिसके लिए आपको समय समय पर अनेक सम्मान मिले हैं।
आप श्रेष्ठ लेखन को जहां गंगा में स्नान करने जैसा मानती हैं वहीं आप अपने लेखन के लिए और प्राप्त पुरस्कारों के लिए ईश्वर के साथ-साथ अपने समस्त पाठकों का और प्रकाशकों का भी आभार व्यक्त करती हैं।