छुट्टा मावेशी ने ले ली 8 वर्षीय मासूम की जान
- खेत में चर रही गाय के हमले से फट गया था मासूम का पेट,बाहर निकल आई थी आंते
शिवगढ़,रायबरेली। थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत बैंती में छुट्टा मवेशी के हमले से घायल 8 वर्षीय मासूम हिमांशु ने ट्रामा सेन्टर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। मासूम की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गौरतलब हो कि रविवार को सायं काल करीब 4 बजे थाना क्षेत्र के बैंती गांव के रहने वाले रमेश कुमार का 8 वर्षीय बेटा हिमांशु रिमझिम बारिश के बीच खेतों में चर रही गाय को खेत से बाहर भगाने गया था तभी गाय ने अपनी नुकीली सीघों से मासूम बच्चे पर जानलेवा हमला कर दिया था।
गाय के हमले से मासूम हिमांशु का पेट फट गया था और उसकी आंतें बाहर निकल आई थी। बच्चे की चीख सुनकर दौड़े परिजनों ने जिसे किसी तरह आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ पहुंचाया था जहां डॉक्टर ने मासूम की हालत नाजुक देखते हुए बगैर वक्त गवाएं प्राथमिक उपचार के पश्चात उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। किन्तु मासूम की हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसी दिन देर शाम जिला अस्पताल से ट्रामा सेन्टर के लिए रेफर कर दिया था। जहां सोमवार की रात करीब 10 हिमांशु ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हल्का लेखपाल रामसमुझ ने बताया कि छुट्टा मवेशी के हमले से मासूम की मौत होने की सूचना तहसील को भेज दी गई है पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की विधिक कार्यवाही की जाएगी।
मासूम की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुराहाल
मासूम हिमांशु की मौत से उसके पिता रमेश कुमार, मां शियालली, छोटे भाई प्रियांशु, बाबा हजारी प्रसाद, आजी विद्यावती का रो-रोकर बुराहाल है। छुट्टा मवेशी के हमले से मासूम की हुई मौत से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है।
राज्यमंत्री प्रतिनिधि ने परिजनों को बंधाया ढाढ़स
स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री प्रतिनिधि एवं शिवगढ़ तृतीय से जिला पंचायत सदस्य विनय वर्मा व पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं शिवगढ़ द्वितीय से जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि केतार पासी ने मृतक के घर पहुंच कर परिजनों को ढाढ़स बंधाते हुए हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। जिन्होंने तहसील प्रशासन से मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की है।
ग्राम पंचायत बैंती में आई छुट्टा मवेशियों की बाढ़
ग्राम पंचायत बैंती में छुट्टा मवेशियों की बाढ़ सी आ गई है। ग्राम पंचायत में सैकड़ों की संख्या में घूम रहे छुट्टा मवेशी फसल को नुकसान पहुंचाने के साथ ही दुर्घटनाओं का सबब बने हुए हैं। किसान दिनभर खेतों में खून पसीना बहाते हैं और रात भर रतजगा करके कड़ाके की ठण्ड में छुट्टा मवेशियों से फसल की रखवाली करते हैं।
सबसे बड़ी विडबना है कि ग्रामीणों की दर्जनों बार शिकायत करने के बाद भी आज तक बैंती ग्राम पंचायत से एक भी छुट्टा मवेशी को गौशाला नहीं भेजा गया है। कहने को तो मनरेगा योजना अन्तर्गत करीब 7.5 लाख की लागत से ग्राम पंचायत में 100 मवेशियों की क्षमता वाली गौशाला बनाई जा रही है किंतु इससे किसानों को निजात नहीं मिलेगी। ग्रामीणों ने गांव में घूम रहे छुट्टा मवेशियों को गौशाला भेजवाने के साथ ही ग्राम पंचायत में बन रही गौशाला की क्षमता बढ़ाने की मांग की है।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी