एसजेएस में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई
- शौर्य और अदम्य साहस के प्रतीक थे सुभाष चंद्र बोस- डॉ. बीना तिवारी
रायबरेली। एसजेएस पब्लिक स्कूल में आज आज़ाद हिंद फौज के संस्थापक नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई। प्रधानाचार्य डॉ. बीना तिवारी ने नेता जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शिक्षिका पमा मालिक ने भी नेता जी को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानाचार्य डॉ. बीना तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि नेता जी ने आजादी के संघर्ष के दौरान नारा दिया था कि तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा। नेता जी ने जय हिन्द व दिल्ली चलो जैसे क्रान्तिकारी नारे दिये। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण उन्हें कैद कर नजरबन्द कर लिया गया। नेता जी शौर्य, पराक्रम और अदम्य साहस की प्रतिमूर्ति थे।
शिक्षिका पमा मालिक ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यद्यपि गांधी जी और नेता जी के विचारों में कभी-कभी भिन्नता रहती थी। गांधी जी के साथ वैचारिक मतभेद के कारण बोस ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से त्याग-पत्र दे दिया था, इसके बावजूद सुभाष चन्द्र बोस ने महात्मा गांधी को ‘राष्ट्र पिता’ के रूप में सम्बोधित किया।
इस अवसर पर स्कूल के समस्त शिक्षकगण और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शशांक सिंह चौहान ने किया।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी