बांदा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते 3 बच्चों की गला घोटू से मौत
बांदा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते 3 बच्चों की गला घोटू से मौत का मामला सामने आया है बच्चों के गले में अचानक दर्द हुआ और उसके बाद परिजन बच्चों को आनन-फानन में लेकर अस्पताल पहुंचे जहां जिला अस्पताल के डाक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए हायर सेंटर इलाज के लिए रेफर कर दिया इलाज के दौरान बच्चों की मौत हो गई है. चार बच्चों की मौत का सिलसिला लगातार दो हफ्तों से जारी है लेकिन बावजूद इसके ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते बच्चों की मौत हो रही है.
आपको बता दें पूरा मामला बांदा जनपद के मटौध थाना क्षेत्र के त्रिवेणी गांव से सामने आया है जहां पर 2 सप्ताह के अंदर ग्रामीणों की माने तो 3 बच्चों की गला घोटू की बीमारी के चलते मौत हो गई है वहीं स्वास्थ्य विभाग तीन बच्चों की मौत होने की बात कह रहा है ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गला घोटू की बीमारी से जब बच्चे ग्रसित हुए उसके बाद आनन-फानन में बांदा जिला अस्पताल में बच्चों को दिखाया गया बच्चों की हालत गंभीर देख डाक्टरों ने इलाज के लिए पूरे मामले की जानकारी बांदा स्वास्थ्य विभाग को दी थी लेकिन जिला प्रशासन पूरे मामले में लापरवाह बना रहा और ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जब पहले बच्चे की मौत हुई है.
उसके बाद स्वास्थ्य विभाग में खानापूर्ति करते हुए एक डॉक्टर की टीम गाँव भेजी लेकिन थी लेकिन वह टीम सिर्फ गांव के बाहर ही खड़ी रहती थी और कहीं कोई बच्चों की जांच पड़ताल नहीं की गई जिससे अब तक 3बच्चों की मौत हो गई है जिला स्वास्थ्य विभाग भी कह रहा है की पहले बच्चे की मौत की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गाव भेज दी गई थी फिर सवाल उठता है उसके बाद भी बच्चो के मौत के आंकड़े ज्यादा कैसे होते जा रहे है उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर जबरदस्त काम कर रही हैं फिर भी बांदा जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते बच्चों की मौतें हो रही हैं लगातार 3 मौतों के परिवारजनों में और पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है.