एक दिन पहले योगी के 3 मंत्री 3 घंटे कलेक्ट्रेट में रहे,साफ–सफाई का जायजा लिया,उसी रास्ते से बहार गए आखिर मंत्री जी की नजर क्यो नही पड़ी गन्दगी पर..?
रिर्पोट आदित्य बाजपेई
रायबरेली का कलेक्ट्रेट परिसर कूड़ेदान और तालाब में तब्दील होता दिखाई दे रहा है।योगी सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना,राज्यमंत्री अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज दानिश आजाद, राजयमंत्री जल शक्ति विभाग दिनेश खटीक बीते गुरुवार को जिले में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे थे।
कलेक्ट्रेट परिसर में बचत भवन में बैठक चल रही थी।जिसमें जिले के आला–अधिकारियों के साथ तीन मंत्रियों ने बैठक कर विकास कार्यों को लेकर निर्देश दिए थे। वही बचत भवन के बाहर ही जगह-जगह कूड़े के ढेर और जगह-जगह गंदा पानी भरा रहा लेकिन मंत्री सोफे दार गाड़ी में बैठकर उसी पानी से आंख बंद करके चले गए।
साफ–सफाई का लिया जायजा
साथ ही भता दे,मंत्रियों ने सफाई अभियान के तहत कार्यक्रम चलाएं। सबसे पहले वार्ड नंबर–8 जिसे महीनों से चिन्हित किया गया था। वहां जाकर सफाई का जायजा लिया गया।वही तीन अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए। बस स्टैंड का निरीक्षण किया। वहा लगे गंदगी के अंबार को देखते हुए नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी पर भड़क भी गए थे। और एक घंटे में सफाई कराने का निर्देश दिया था।
3 घंटे तक कलेक्ट्रेट में हुई बैठक
उसके बाद गौशालाओं का निरीक्षण किया।गौशाला में पाई गई कमियों को लेकर डीएम को दिशा–निर्देश दिए। उसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित बचत भवन पहुंचे,जहां पर जिले के आला अधिकारियों के साथ बैठक होनी थी। 3 घंटे तक बैठक चलती रही। वहीं दूसरी तरफ कलेक्ट्रेट परिषद बदबू व तालाब में तब्दील था।गंदगी के अंबार लगे हुए थे लेकिन मंत्रियों को कलेक्ट्रेट में लगे गंदगी के ढेर नहीं दिखाई दिए।
विकास पर काम करती है हमारी सरकार
जब मंत्री सुरेश खन्ना से सफाई को लेकर सवाल किया गया तो बिना सवाल के जवाब दिए अपना रजिस्टर उठा कर वहां से निकल गए। वहीं जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन पर भी सवाल किए जाने पर भड़के मंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश की सरकार की नीतियों पर काम करती है, विकास पर काम करती है, इतना कहकर मंत्री जी चल पड़े और सवालों का जवाब ही नहीं दिया।