महिला सशक्तिकरण : महिलाओं में समाज सेवा का जज्बा ! पेश की मिसाल

  • तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहें न रहें
  • संकटकाल में अपनी जान जोखिम में डालकर की थी जरूरतमन्दों की मदद
  • मन में हमेशा रहती है जरूरतमंदों की मदद करने की ललक

शिवगढ़,रायबरेली। सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नही,मेरी कोशिश है सूरत बदलनी चाहिए। हमेशा ऐसी सकारात्मक सोंच रखने वाली क्षेत्र की ये महिलाएं वर्षों से महिला सशक्तिकरण की मिशाल बनी हुई हैं, जिन्होंने राष्ट्र उत्थान के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर इन पंक्तियों को चरितार्थ कर दिया ‘तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहें न रहें।’

हम बात कर रहे हैं सीईएल की सीईओ आरती कुमार,पूर्व प्रधान अनुपमा तिवारी, मीना शुक्ला,समाज सेविका रंजना सिंह,पूर्व प्रधान रामरानी रावत, टीनू चन्द्रा की जिनके अन्दर सामाजिक उत्थान के लिए त्याग एवं समर्पण की भावना कूट-कूट कर भरी है। गौरतलब हो कि जब समूचा विश्व कोरोना महामारी के संकटकाल से जूझ रहा था ऐसे समय में क्षेत्र के भवनपुर गांव की रहने वाली पूर्व प्रधान अनुपमा तिवारी, पूर्व रायपुर नेरुवा प्रधान रामरानी रावत ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ग्रामीणों को महामारी से बचाने के लिए बतौर प्रधान रहते हुए गांव में झाड़ू लगाने से लेकर अपनी पीठ पर स्प्रे मशीन टांगकर गांव में सैनिटाइजेशन करने के साथ ही अपने पास से मनरेगा श्रमिकों एवं ग्रामीणों को मास्क वितरित करने,जरूरतमंदों को राशन देने का काम किया था जो हमेशा लोगों के सुख दुख में साथ खड़ी रहती हैं। पूर्व दहिगवां प्रधान मीना शुक्ला ने बतौर ग्राम प्रधान रहते हुए ग्रामीणों को महामारी से बचाने के लिए जेठानी प्रकाशनी शुक्ला, बेटी दीक्षा शुक्ला, भतीजी रोशनी शुक्ला,ममता के साथ मिलकर अपने हाथों से करीब ढाई हजार मास्क बनाकर ग्रामीणों को बांटने का काम किया था,ताकि ग्रामीणों को संक्रमित होने से बचाया जा सके।

इसके साथ ही किसी जरूरतमन्द को राशन देकर तो किसी की आर्थिक रूप सहायता करके मदद की थी,जिसमें उनके पति पवन शुक्ला ने पूरा सहयोग किया था। वहीं गौरनखेड़ा गांव के रहने वाले गोविंदपुर प्रधान एवं प्रधान संघ संरक्षक राजकुमार सिंह की पुत्रवधू एवं युवा समाजसेवी गवर्नमेंट कांट्रेक्टर आशू सिंह की धर्मपत्नी रंजना सिंह ने कोविड-19 के संकटकाल में 11000 रुपये कोविड़-19 केयर फण्ड में देने के साथ ही गुमनाम तरीके से सैकड़ों जरूरतमन्दों को राशन किट देकर अथवा आर्थिक रूप से सहायता देकर मदद की थी जिन्होंने की गई मदद को सार्वजनिक नही किया ताकि लोगों का स्वाभिमान बरकरार रहे। कम्युनिटी एंपावरमेंट लैब की सीईओ आरती कुमार पिछले कई वर्षों से हर साल ठण्ड में लैब की ओर से 500 से अधिक जरूरतमंदों को कंबल बांटकर जरूरतमंदों की सहायता करती चली आ रही हैं। आईटी सेल संयोजिका टीनू चन्द्रा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवकों के साथ मिलकर बैंती गांव में सैनिटाइजेशन एवं मास्क वितरित करने का काम किया था, जो दिन हो या रात हमेशा लोगों के सुख – दुख में साथ खड़ी रहती हैं।

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