धोखाधड़ी कर जमीन बैनामा करवाये जाने के मामले को लेकर पीडित महिला ने जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार
रिपोर्ट – मुन्ना सिंह
- फ्राड के जाल मे फंसाकर गरीब की N.H.27 के किनारे स्थिति 20/वों लाख की कीमती जमीन महज 3 तीन लाख मे करवाया बैनामा।
- क्रेता ने अपने मातहत के बैंक में खाता खुलवाकर एकाउंट मे मात्र 1/लाख रुपये किया आरटी जीएस पासबुक आधार कार्ड किया जब्त।
बाराबंकी : तहसील रामसनेहीघाट क्षेत्र से एक जालसाजी का बड़ा मामला प्रकाश में आया है।पूरे कल्याण मजरे भवनिया पुर खेवली निवासी सूरज लाल गोस्वामी की पीडित पत्नी का कहना है।कि पड़ोसी गांव निवासी वीर गांव के पूर्व प्रधान मनोज मिश्रा ने अपनी पत्नी उमा मिश्रा के नाम हमारे पति को शाराब के नशे मे कर जमीन बैनामा करवा लिया है।जबकि क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सूरज लाल की मानशिक हालात ठीक नहीं है।
उनकी लगभग 4-5वर्षों से लगातार तहसील क्षेत्र के मानशिक रोग विशेषज्ञ डाँक्टर हरिजीत सिंह से चल रहा है।इतना ही नहीं पीडिता का यह भी कहना है कि मै तीन वर्षों से अपने मायके नही गई थी।परन्तु भाई और पिता के बार-बार आने पर गुडिया पर्व मे अपने भाई के साथ अपने मायके गढी कनकहा गांव चली गई।
इस दौरान पति शराब की नशे व दवा के नशे मे रहता था।गुडिया पर्व के दिन 02/08/ 2022को फोर व्हीलर गाडी मे बिठाकर मनोज मिश्रा के चार अन्य साथी तहसील ले गये और वहीं बहला फुसलाकर सूरजलाल की 20वों लाख की बेश कीमती जमीन महज 3लाख रुपये में रजिस्ट्री करवा ली।और किसी को कानो कान भनक तक नही लगने दी व बिना मुश्न्ना भेजे 02/08/ 2022 तारीक को हुए बैनामे मे मात्र 7 दिन के भीतर 09/08/ 2022बैनामा दाखिल खारिज की डेट भी लग गई तहसील मे बैठे अधिकारी इस तरह से भ्रष्ट हो गए हैं।कि उनके बारे मे चर्चा करना भी गुनाह है।
जब पीडिता को पूरे प्रकरण की जानकारी हुई तो सुमन गोस्वामी ने तहसील रामसनेहीघाट पहुंचकर 05/08/ 2022आपत्ति स्वीकार करने की अर्जी लगाई एवं जनपद के पुलिस अधीक्षक महोदय से फरियाद लगाकर क्रेता के पति मनोज मिश्रा व पत्नी उमा मिश्रा के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करवाने की मांग की है।अब देखना यह है कि जनपद के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक महोदय पीडित महिला व उसके पति को न्याय दिला पाते हैं या नही।