उन्नाव : आवारा मवेशी बन रहे आफत, लोग परेशान
रिपोर्ट – मोहम्मद आमिर
उन्नाव : शहर में आवारा पशुओं की भरमार होने से लोग परेशान हो रहे हैं। सरकार के सख़्त निर्देश के बाद भी आवारा पशुओं से मुख्य मार्ग हो या हाईवे हो या फिर वार्डों की गलियां हर जगह आवारा पशु विचरण करते नजर आते हैं। इन बेखौफ आवारा पशुओं की लड़ाई में राहगीरों के चपेट में आनेे के साथ ही आवागमन भी बाधित होता है। खास कर बुजुर्गों एवं बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन इन सब के बीच नगरपरिषद इन आवारा जानवरों की समस्या से निपटने के लिए कोई खास कवायद करती नजर नहीं आती है।
शहर की सडक़ों व चौराहों पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। रात्रि के समय गायें सडक़ों व चौराहों पर झुण्ड के रूप में बैठ जाती हैं। इसके चलते दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। वहीं इनके सडक़ों व चौराहों पर झुण्ड के रूप में बैठने से गंदगी भी फैलती है, जो कि सफाई कर्मियों व स्थानीय रहवासियों के लिए परेशानी का सबब बनती हैं।इन सब परेशानियों के बीच में एक और बड़ी परेशानी लंपी वायरस ने लोगों को चिंता में डाल दिया है जहां एक तरफ शासन से लोगों की चिंता करते हुए पशुओं को लेकर विशेष पाबंदी लगाई गई हैं वहीं पूरे जिले में गली गली घूम रहे आवारा पशुओं से कहीं लोगों के स्वास्थ पर किसी तरह का प्रभाव न पड़े इसको लेकर लोग परेशान हैं वहीं जिला प्रशासन बड़ी ही सुस्ती के साथ इस मामले को देखता नजर आ रहा है।
हम लोग जिला अधिकारी और सीडीओ के निर्देशन में हम काम कर रहे है। इन्होंने जो प्रत्येक जो गौशाला हमारे जनपद की हम सारे जनपदों के लिए एक जनपद स्तरीय अधिकारियों का एक चयन किया जा रहा है। उनकी ड्यूटी लगाई जा रही है। एक एक अधिकारियों को तीन-तीन गौशालाओं के लिए आवंटित किया जा रहा है। उसके बाद उनके द्वारा दो-तीन दिन के अंदर ही एक सत्यापन हो जाएगा जिससे पता चल पाएगा कि गौशाला की वस्तुस्थिति किया है जो है धरातल में वो हमारे समझ मे आ जाएगी। उसके बाद सभी भ्रमण किया गया अधिकारियों की और हमारे विभाग की एक मीटिंग हो जाएगी। उस मीटिंग उस डाटा को लेकर कहा कितनी जगह है कहा कि क्या स्थिति है ये देखते हुए फिर उसके बाद में जो आगे जो संरक्षित करने का काम है जो हमारे गोवंश घूम रहे हैं उनको हम लोग संरक्षित करेंगे। इस अभियान को हम चलाएंगे। हमको शासन से आदेश प्राप्त हुआ है कि हर हालत में 31 दिसंबर 2022 तक गोवंश को संरक्षित करना है।