कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड के मोबाइल ने खोले कई राज, हुए चौंकाने वाले खुलासे
कानपुर में शुक्रवार को जुमें की नमाज के बाद हुई हिंसा का पर्दाफाश करने की जिम्मेदारी योगी सरकार ने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अजयपाल शर्मा समेत तीन IPS अफसर को सौंपी है। जिसकी लीड अजयपाल शर्मा करेंगे।
बवाल के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी के मोबाइल से कुल 141 व्हाट्सएप ग्रुप मिले हैं। तकरीबन सभी ग्रुपों में बाजार बंदी और बवाल की बातचीत मिली है। हिंसा के दिन का हर पल का अपडेट ग्रुपों में दिया जा रहा था। पुलिस ने इसको साक्ष्य के तौर पर जांच में शामिल किया है।
पुलिस ने कानपुर हिंसा के आरोपी हयात और अन्य आरोपियों के मोबाइल कब्जे में लिए थे। मुस्लिम संगठनों के व्हाट्सएप ग्रुप हयात के मोबाइल में मिले है। बवाल वाले दिन के सुबह से ही लगभग हर ग्रुप पर सभी की सक्रियता थी। सबसे ज्यादा बातचीत और अपडेट एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन कानपुर टीम नाम के ग्रुप में किया जा रहा था।
गौरतलब है कि हाशमी का आंदोलन वापस लेने वाला बयान सिर्फ पुलिस को चकमा देने के लिए था। वह लगातार लोगों को उकसाने का प्रयास कर रहा था और जिसमें उसकी पत्नी भी शामिल थी। फ़ोन में कई व्हाट्सएप ग्रुप पर हुई चैट इस बात का पुख्ता सबूत है।
मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी समेत गिरफ्तार लोगों को 5 जून रविवार को विशेष मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रमोद कुमार ने बताया कि आज यानी सोमवार को कोर्ट के समक्ष आरोपी को 14 दिन की पुलिस हिरासत में लेने के लिए अर्जी दी जाएगी। वहीँ कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने बताया कि घटना की विधिवत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया गया है।