अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक विशेष समारोह
रायबरेली : यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता: को ध्यान में रखते हुए कौशल विकास संस्थान रायबरेली जो कि भारत की तेल और गैस क्षेत्र की 8 प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की निगमित सामाजिक दायित्व निधि द्वारा संचालित देश के छः प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है, में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक विशेष समारोह आयोजित किया। इस समारोह में समाज के प्रमुख व्यक्तित्वों ने महिलाओं के सशक्तिकरण और समाज में उनकी भूमिका के महत्व को बढ़ावा देने के लिए अपने विचार और अनुभव साझा किए। समारोह में महिला शिक्षा, स्त्री सुरक्षा, और समाज में महिलाओं के सम्मान को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई।
इस अवसर से महिलाओं को प्रेरित किया गया और समाज को भी महिलाओं के साथ समानिता की दिशा में आगे बढ़ने का संदेश दिया गया। जिसमें कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथियों के तौर पर रायबरेली की वरिष्ठ कोषाधिकारी श्रीमती डॉ0 भावना श्रीवास्तव, राजकीय महिला आईटीआई रायबरेली की प्रधानाचार्या और जिला समन्वयक कौशल विकास, नेहा और अमेठी जिले में नायब तहसीलदार के पद पर पदस्थ अनुश्री ने संस्थान के छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। अनुश्री ने अपने उद्बोधन में बताया कि आज महिलाएं शिक्षा, विज्ञान, तकनीकी शिक्षा और सारे ही क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रहीं हैं। समाज पितृत्व सत्तात्मकता की ओर से सामाजिक समन्वयता की ओर अग्रसर है। उन्होंने छात्र छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें बिना किसी भेदभाव के निरंतर अपनी तैयारी करते रहना चाहिए ताकि वह जीवन में एक आदर्श नागरिक बन सके।
जिले की वरिष्ठ कोषाधिकारी डॉ भावना श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में छात्राओं को यह कहते हुए प्रेरित किया कि आज की तारीख में बहुत ढेर सारी वरिष्ठ पदों पर सशक्त महिलाएं कार्यरत हैं और रायबरेली की अधिकतर प्रशासनिक पदों पर भी महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर रखी है। साथी उन्होंने संस्थान में कार्यरत छात्रों को महिला सुरक्षा के की प्रतिबद्धता के लिए शपथ भी दिलाई। अपने उद्बोधन में राजकीय महिला आईटीआई कॉलेज से आई हुई प्रधानाध्यापिका नेहा ने छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे नई विकसित टेक्नोलॉजी का, अपने अंदर प्रवाहित ऊर्जा का सदुपयोग अपने जीवन को सफलता के रास्ते पर अग्रसर करें न कि सोशल मीडिया और अन्य व्यर्थ के कामों में अपने समय और ऊर्जा को व्यर्थ करने में।
इसी अवसर पर उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की तरफ से पधारे हुए जिला प्रबंधक कौशल विकास राजीव कुमार सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की तारीख में लगभग सारे ही क्षेत्र में महिला और पुरुष की समानता बनी हुई है और मंच पर आसीन महिलाएं इस बात का प्रतीक हैं कि सच्चे मन यदि से यदि तैयारी की जाए तो सफलता दूर नहीं है। संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजेश मणि त्रिपाठी जी ने कहा कि भारत में स्त्री पूजा की परंपरा सदियों से रही है और अब उसका नए रूप में भी परिमार्जन किया जा रहा है। उन्होंने संस्थान के छात्रों से नारी सम्मान हेतु प्रतिबद्धता दिखाने के लिए प्रेरित किया।
संस्थान के प्रधानाध्यापक योगेंद्र मिश्रा ने बताया कि स्त्री के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती। यहां तक की ईश्वरीय अवतार के लिए भी नारी रूप अर्थात मां की आवश्यकता होती है। एक मां बहन बेटी और पत्नी के रूप में स्त्री हमेशा ही समाज में पुरुष की पूरक रही है। उन्होंने कार्यक्रम में पधारे हुए समस्त अतिथियों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन पीएमकेवीवाई बैच की छात्रा आफरीन ने किया।
इस अवसर पर संस्थान के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के पश्चात नेहा और अनुश्री जी द्वारा संस्थान की प्रयोगशाला और कक्षाओं का भ्रमण भी किया गया।