एकल शिक्षक पद्धति और कोचिंग के माध्यम से सेवा भारती करेगा सेवा कार्य
रायबरेली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा सेवा भारती मानव कल्याण के उत्थान के लिए कई प्रकार के माध्यमों से सेवा करने का संकल्प लेकर चल रही है जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने की योजना के साथ जिले में एकल शिक्षा पद्धति और कोचिंग सेंटर संचालित करने की योजना बनाई गई है।
सेवा भारती की प्रांतको योजना बैठक में पहुंचे प्रांतीय पदाधिकारियों ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए सेवा भारती के योजना से अवगत कराया।
सेवा भारती के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख नवल किशोर ने बताया कि आने वाले समय में पूरे जिले में उन छोटी बस्तियों में संघ के कार्यकर्ता एकल विद्यालय पद्धति के आधार पर ऐसे बच्चों को शिक्षित करेंगे जो कोचिंग नहीं जा सकते या फिर आर्थिक मजबूरियों के कारण ट्यूशन घर पर नहीं लगवा सकते है।
प्रांत संघचालक कृष्ण मोहन ने कहा कि पूरे जिले में लगभग 50 सेवा केंद्र संचालित किए जाएंगे जिसमें कौशल विकास योजना से संबंधित समितियां स्थापित की जाएंगी जिसमें प्रशिक्षण लेकर युवा स्वावलंबी बने और अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें।
सेवा भारती की महिला शाखा मात्र मंडल संयोजिका डॉ अंशु वर्मा ने कहा कि देश में 50% सेवा कार्य मात्र मंडल के द्वारा चलाया जाता है इसमें वैभवश्री और किशोरी विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है उन्होंने कहा कि इस कार्य के माध्यम से किशोरियों की शिक्षा दीक्षा के प्रति ध्यान देने के साथ-साथ महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित जागरूकता अभियान तथा चिकित्सक शिविर के माध्यम से उनकी सेवा करना है।
बैठक में अवध प्रांत के मंत्री रजनीश भी मौजूद थे उन्होंने कहा कि करोना काल के दौरान सेवा भारती के कार्यकर्ताओं के द्वारा जिस प्रकार से घर घर जाकर खाद्य सामग्री पहुंचाई गई उससे प्रशासनिक अमले को भी सहयोग प्राप्त हुआ साथ ही समाज के शोषित वर्ग के लोगों को मदद पहुंची।
बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक राहुल देवेंद्र अस्थाना तेजभान जिला प्रचारक अमरजीत विभाग सेवा प्रमुख गया प्रसाद शुक्ला और संगठन मंत्री मनीष भी मौजूद रहे।