सड़क हादसे में घायल सौरभ मिश्रा हार गया जिंदगी की जंग
- बी फार्मा अंतिम वर्ष का छात्र था सौरभ मिश्रा
- 23 अगस्त को तिलेण्ड़ा में हुआ था सड़क हादसे का शिकार
शिवगढ़,रायबरेली। सड़क हादसे में घायल थाना क्षेत्र के बहादुर नगर गांव का रहने वाला बी फार्मा अंतिम वर्ष का छात्र सौरभ मिश्रा जिंदगी की जंग हार गया। इलाज के दौरान जिसने राजधानी लखनऊ स्थित डेंटल में दम तोड़ दिया। जिसकी मौत की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गौरतलब हो कि थाना क्षेत्र के बहादुर नगर गांव के रहने वाले सुनील मिश्रा का 23 वर्षीय बेटा सौरभ मिश्रा आर्याकुल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बिजनौर लखनऊ में बी फार्मा अंतिम वर्ष का छात्र था। जो बीती 23 अगस्त को पढ़कर इंस्टिट्यूट से बाइक से वापस घर के लिए आ रहा था.
तभी शायंकाल करीब साढे 3 बजे बांदा-बहराइच हाईवे पर तिलेण्ड़ा स्थित शिव मन्दिर के समीप किसी अज्ञात वाहन ने सौरभ मिश्रा की बाइक में जोरदार टक्कर मार दी थी जिससे बाइक क्षतिग्रस्त होने के साथ ही वह गम्भीर रूप से घायल हो गया था। जिसकी हालत गम्भीर देखते हुए डाक्टरों ने जिसे सीएचसी बछरावां से ट्रॉमा सेन्टर रेफर कर दिया था। किन्तु ट्रामा सेंटर में हालत में सुधार न होता देख परिजनों ने उसे डेंटल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान सौरभ मिश्रा ने सोमवार की रात करीब डेढ़ बजे दम तोड़ दिया। जिसकी मौत की सूचना मिलते ही परिजनों म़ें कोहराम मच गया। मंगलवार की सुबह जिसका शव गांव पहुंचते ही परिजनों के करुण क्रंदन से समूचा गांव कराह उठा। सौरभ मिश्रा की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया है।
परिजनों का रो -रोकर बुराहाल
सड़क हादसे में काल के गाल में समा गए सौरभ मिश्रा की मौत से पिता सुनील मिश्रा, मां रानी मिश्रा, बड़ी बहन मांडवी मिश्रा, छोटी बहन तनु मिश्रा, छोटे भाई गौरव मिश्रा का रो-रोकर बुरा हाल है। सौरभ मिश्रा सुनील मिश्रा की चार संतानों में दूसरे नम्बर पर था।
सौरभ मिश्रा की मौत से चूर हो गए परिवार के सारे सपने
सौरभ मिश्रा और उनके परिवार ने बड़े सपने संजो रखे थे। सौरभ मिश्रा बी फार्मा करके परिवार के लिए कुछ करना चाहता था। किंतु शायद नियति को मंजूर नहीं था। जो सड़क हादसे का शिकार होकर असमय काल के गाल में समा गया। रक्षाबंधन के एक दिन पूर्व सौरभ मिश्रा की हृदय विधायक मौत से बहन मांडवी मिश्रा, तनु मिश्रा का रो-रोकर बुरा हाल है।