अपनी ही शिवसेना नेता पर भड़के संजय राउत, दे डाली हिदायत, जानें क्या हुआ ऐसा
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार बनने के बाद अब शिवसेना की पदाधिकारी दीपाली सैयद के एक ट्वीट ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। दीपाली सैयद ने ट्वीट कर राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। उन्होंने दावा किया है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एक या दो दिन में चर्चा के लिए मातोश्री में मिलेंगे। उनके इस ट्वीट ने राज्य की राजनीति में विभिन्न चर्चाओं को जन्म दिया है।
उनके इस ट्वीट पर शिवसेना सांसद संजय राउत भड़क गए हैं। राउत ने सीधे दीपाली सैयद को सोच-समझकर ट्वीट करने की सलाह दी। राउत ने कहा, ‘दीपाली सैयद एक अभिनेत्री हैं। वह पार्टी के लिए काम करती हैं। मुझे नहीं पता कि उन्हें यह अधिकार किसने दिया। वह शिवसेना की नेता नहीं हैं। वह एक पदाधिकारी हैं। वह एक प्रवक्ता भी नहीं हैं। इसलिए उन्हें इस तरह के बयान देते समय बहुत सावधानी बरतना चाहिए।”
एक टीवी चैनल से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, “आने वाला समय तय करेगा कि शिंदे समूह साथ आएगा या नहीं। हम एक साथ क्यों नहीं आना चाहते? क्योंकि वे हमारे सहयोगी हैं। वे हमारे दोस्त हैं। भले ही वे आज मेरी आलोचना कर रहे हों, यह उनकी मजबूरी है। भाजपा ने उन्हें मजबूर किया है। वह ढाई साल से हमारे साथ सत्ता में थे। हमने उनकी कई समस्याओं का समाधान किया है। तो क्यों न एक साथ आने के बारे में सोचा जाए।”
संजय राउत ने आगे कहा, “हमारे पास सात मंत्री थे। लेकिन दो मंत्री यहां काम कर रहे हैं। पिछले 15 दिनों से उनके बीच महाराष्ट्र कैबिनेट को लेकर चर्चा चल रही है। उन्हें यह भी डर है कि सरकार असंवैधानिक है। इसलिए मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी हो रही है। विधायकों पर अयोग्यता की तलवार लटकी है।”