खस्ताहाल हुई श्री राम वन कुटीर आश्रम जाने वाली सड़क, सड़क पर बने बड़े बड़े गड्ढों में भरा पानी
रिपोर्ट- मुन्ना सिंह
बाराबंकी : नर सेवा नारायण सेवा के लिए विश्व विख्यात श्रीराम वन कुटीर हड़िया कोल आश्रम की रोड अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है पता ही नहीं चलता कि रोड में गड्ढा है या गड्ढे में रोड।इस खस्ताहाल रोड पर मरीजों के अलावा राहगीर व स्कूल जाने वाले बच्चे रोड के गड्ढों में गिरकर गंभीर रूप से चोटिल हो चुके हैं।
बाराबंकी जनपद मुख्यालय रेलवे स्टेशन से लगभग छः सात किलोमीटर पश्चिम में रेठ नदी के किनारे हड़िया कोल गांव के पास आश्रम स्थित है जहां पर प्रत्येक वर्ष जनवरी फरवरी माह में मानवता की सेवा के लिए विशाल निशुल्क नेत्र शिविर आयोजित किया जाता है जिसमें कई प्रांतों के मरीज अपना इलाज करवाने यहां आते हैं।
इस आश्रम में एशिया के मशहूर सेवा भावी डाक्टरों द्वारा हजारों की संख्या में निशुल्क निर्धन मरीजों का इलाज व ऑपरेशन किया जाता है तथा इसके साथ ही साथ हर माह में प्रत्येक गुरुवार को विवेकानंद पालीक्लीनिक लखनऊ द्वारा डाक्टरों का पैनल आकर निर्धन मरीजों का निशुल्क इलाज व दवाएं देता है इस आश्रम में हजारों गरीब मरीज अपना इलाज करवा कर स्वास्थ्य लाभ पा रहे हैं।
आश्रम के सेवादार मनीष मेहरोत्रा ने बताया कि इस रोड की रिपेयरिंग दो वर्षों से नहीं की गई जबकि इस रोड का बजट पास हो चुका है लेकिन ठेकेदार व अधिकारियों की मिलीभगत के चलते इस रोड पर आज तक कोई कार्य नहीं किया गया है जबकि मां कन्ट्रक्शन सुल्तानपुर की कार्यदायी संस्था को बजट विभाग द्वारा भेजा जा चुका है।
सरकार भले ही गड्ढा मुक्त सड़क का नारा दे रही हो लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी व ठेकेदार मिलीभगत करके कागजों पर घोड़े दौड़ाने से बाज नहीं आ रहे।एक तरफ उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी जी गलत कार्यों के लिए बहुत सख्त रुख अपनाते हैं लेकिन अब देखना यह है कि इन अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ क्या उचित कार्रवाई होगी यह समय ही बताएगा।