हवा में रिपोर्ट लगाते अधिकारी मामला पहुंचा मुख्यमंत्री कार्यालय
- गोपन विभाग ने की जांच दूध का दूध और पानी का पानी हुआ मामला
रायबरेली— सुबे की सत्ता संभालते ही महंत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को हटाने के लिए पारदर्शिता लाने के लिए लगातार प्रयत्न रत्न है किसी भी व्यक्ति को किसी भी योजना से वंचित न रहना पड़े साथ ही हर व्यक्ति का काम तय समय पर हो उसके लिए बराबर आधुनिक तरीके से मॉनिटरिंग भी कराई जाती है मगर जब विभागों में बैठे अधिकारी और कर्मचारी धरातल पर ना जाकर कार्यालय के अंदर बैठकर ही सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए कागज पर ही रिपोर्ट लगा दें तो जाहिर सी बात है किसी भी व्यक्ति को न्याय नहीं मिलेगा और वह विभागों के अधिकारियों के पीछे भागता रहेगा इसके साथ ही अधिकारियों के ऐसे क्रियाकलापों की वजह से सरकार की छवि में जहां बट्टा लगेगा वही पारदर्शिता की बात करने वाले मुख्यमंत्री की योजनाओं पर भी ऐसी अधिकारी और कर्मचारी पलीता लगाते रहेंगे।
मामला डलमऊ तहसील के दीपेमऊ गांव का
डलमऊ तहसील क्षेत्र के अंतर्गत एक मामला ऐसा ही उजागर हुआ है जहां पर बड़े-बड़े अधिकारियों ने सिर्फ हवा में ही रिपोर्ट लगा दी और पीड़ित को न्याय नहीं मिला तब जाकर पीड़ित ने मुख्यमंत्री का द्वार कराया है जहां से गोपन विभाग ने जांच की और सारा मामला उजागर हो गया पूरा मामला ग्राम व पोस्ट दीपेमऊ परगना लालगंज, जनपद – रायबरेली द्वारा प्रस्तुत शिकायती प्रार्थनापत्र जिस पर गोपनीय जांच करते हुए आख्या उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये है, संदर्भित प्रकरण की जांच वरिष्ठ निरीक्षक सतर्कता अधिष्ठान गोपन अनुभाग-लखनऊ से करायी गयी।
जांच अधिकारी द्वारा जनपद – रायबरेली के जिला पंचायत राज अधिकारी, रायबरेली से सम्पर्क कर प्रकरण की वास्तविक स्थिति की समीक्षा की गयी तदुपरान्त ग्राम दीपेमऊ में स्थलीय जांच करते हुए अपनी आख्या प्रस्तुत की गयी जिसमें स्पष्ट किया गया है कि जिला पंचायत राज अधिकारी, रायबरेली द्वारा पत्र संख्या – 849 दिनांक-21. 06.2022 द्वारा इसी प्रकरण से संबंधित मुख्यमंत्री संदर्भ संख्या – 15158220077833 पर आख्या प्रेषित की गयी है जो कि जिला पंचायत राज अधिकारी, रायबरेली के अवकाश पर होने के फलस्वरूप अपर जिला पंचायत राज अधिकारी, रायबरेली द्वारा प्रकरण बिना संज्ञानित किये प्रेषित की गयी है।
स्थलीय निरीक्षण में पाया गया कि नाली की सफाई करायी गयी है किन्तु मुख्य समस्या नाली में डाली गयी ह्यूम पाइप जिसे शिकायत कर्ताओं द्वारा बांबी कहा गया है, शिल्ट के जमाव के कारण पानी का बहाव अवरूद्ध होना है। हयूम पाइप में मौके पर गंदगी भरी पायी गयी है इसका निस्तारण सहायक विकास अधिकारी (पं०) कैलाश नाथ पटेल द्वारा पर्यवेक्षणीय दायित्वों की पूर्ति न करना संबंधित सचिव ग्राम पंचायत द्वारा शिकायत को गम्भीरता से न लेना एवं ग्राम प्रधान द्वारा राजनीति में लिप्त रहते हुए ग्रामीण विकास कार्य न किया जाना है।
जांच अधिकारी की आख्या से स्पष्ट है कि शिकायत कर्ताओं द्वारा की गयी शिकायत का निस्तारण पूर्णतया नहीं किया गया है मात्र और मात्र फर्जआदायगी करते हुए प्रकरण को निक्षेपित किये जाने हेतु संदर्भित किया गया है। जांच अधिकारी द्वारा उपलब्ध करायी गयी आख्या एवं फोटोग्राफ महोदय की सेवा में अग्रिम आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित है।