Ram temple construction: Work will be completed not by December but by September 2025, this big update on parkota construction

राम मंदिर निर्माण: दिसंबर नहीं सितंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा कार्य, परकोटा कंस्ट्रक्शन पर ये बड़ा अपडेट

Ram Mandir Ayodhya Construction: राम मंदिर अयोध्या के निर्माण कार्य को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। पहले राम मंदिर के तीसरे चरण के निर्माण कार्य को दिसंबर 2025 में पूरा करने की घोषणा की गई थी, लेकिन अब यह कार्य सितंबर 2025 तक पूरा कर लिए जाने का ऐलान किया गया है।

मंदिर के निर्माण पर 600 करोड़ रुपये लागत का अनुमान
परकोटा निर्माण पर 800 करोड़ रुपये का आएगा खर्च
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष का आया है बयान

अभिनव सिंह, अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के दूसरे और तीसरे चरण के निर्माण कार्य की गति को तेज किए जाने पर जोर दिया जा रहा है। निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान कार्य की गति को बेहतर पाया गया। इसके साथ ही निर्माण कार्य पूरा होने की रिवाइज्ड डेट तीन माह पहले यानी सितंबर 2025 की दी गई है। राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में योजना की समीक्षा के दौरान पाया गया कि अब मंदिर निर्माण में सबसे ज्यादा खर्च परकोटे के निर्माण पर अधिक खर्च आएगा। मंदिर के निर्माण में लगभग 600 करोड़ रुपये तो परकोटा निर्माण पर 800 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है।

राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि मंदिर के परकोटे में सबसे ज्यादा कार्य होना है। इसके निर्माण में मैटेरियल, मजदूर और धनराशि भी अधिक लगेगा। मंदिर के निर्माण में लगभग 600 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं, परकोटे के निर्माण में लगभग 800 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि परकोटे में मंदिर से दुगना पत्थर लग रहा है।

सप्त मंदिर निर्माण की समीक्षा
राम मंदिर परिसर में बन रहे सप्त मंदिर की समीक्षा भी की गई। साथ ही, शेषावतार मंदिर के भी निर्माण की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में बताया गया कि परिसर में बन रहे सभागार, विश्राम गृह और ट्रस्ट का प्रशासनिक कार्यालय इन सभी का टेंडर जारी हो चुका है। इन सभी का निर्माण 20 नवंबर से शुरू हो जाएगा। निर्माण में जो भी तकनीकी चुनौती थी, उसको दुरुस्त किया गया है।

बैठक के बाद नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि राम मंदिर निर्माण पूर्ण करने का जो लक्ष्य रखा गया था, उसमें तीन माह और लग रहे हैं। यानी, सितंबर 2025 तक राम मंदिर का निर्माण पूरा होगा। पहले दिसंबर 2025 तक लक्ष्य रखा गया था। बाद में इसे रिवाइज कर जून 2025 कर दिया गया था।

लगेगी महर्षि वाल्मीकि की मूर्ति
राम मंदिर के भवन निर्माण समिति की बैठक के दूसरे दिन निष्कर्षों के बारे में जानकारी देते हुए समिति चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष प्रकट किया। उन्होंने बताया कि सप्त ऋषि मंडपम के सभी सातों मंदिरों का निर्माण चल रहा है। यहां निर्माणाधीन मंदिरों में सबसे पहले महर्षि वाल्मीकि के मूर्ति की प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके अलावा उनके ठीक सामने महर्षि अगस्त्य की प्रतिष्ठा की जाएगी।

परिक्रमा के लिए 1 KM लंबा पथ
राममंदिर प्रांगण में परकोटे के अंदर 1 किलोमीटर लंबा परिक्रमा पथ बनाया जाएगा, जिससे रामभक्त अब अपने आराध्य की परिक्रमा कर सकेंगे। मंदिरों में परिक्रमा का अलग ही महत्व होता है। इसलिए परिक्रमा पथ को लेकर योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इसके निर्माण की प्रक्रिया को भी शरू कराने की तैयारी है।

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