रायबरेली : सफाई कर्मचारी के खिलाफ ग्रामीणों में दिखा आक्रोश सैकड़ों की संख्या में दिया धरना
रिपोर्ट – निशांत सिंह
- गंदी नालियों से बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है जिम्मेदार है बने मौन उठ रहे सवाल.?
छतोह/ रायबरेली: सड़कें तथा नालिया विकास का सशक्त माध्यम होती है इनके बन जाने से ग्रामीण क्षेत्रों का चतुर्मुखी विकास संभव होगा निर्मित सड़कों से ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक उन्नति के साथ ही आर्थिक उन्नति है शैक्षिक तथा व्यवसायिक क्षेत्र में भी अप्रत्याशित प्रगति होगी लेकिन इसका कोई भी रूप या नजरिया छतोह ब्लाक के ग्राम सभा महम्मदपुर नमक सार मजरे पूरे शुक्ला का पुरवा का विकास कार्य आज भी काफी पिछड़ा हुआ है इस गांव में ना ही कोई नाली है ना ही कोई सड़क बरसात मे पानी घर के अंदर तक भर जाता है ।
ग्राम वासियों को रात भर बैठ कर रात गुजारनी पड़ती है ग्राम वासियों का कहना है कि हमारे गांव में जब कोई बीमार पड़ जाता है तो हम लोग 500 मीटर दूर बीमार व्यक्ति को कंधे पर उठाकर ले जाते हैं तो तब हमे एंबुलेंस का सहारा मिलता है नहीं तो एंबुलेंस चालक साफ-साफ मना कर देता है कि मैं आपके गांव में नहीं जाऊंगा । ग्राम वासियों का कहना है कि एक ही प्रधान लगभग 10 वर्ष से है लेकिन हम लोग के गांव में कभी नहीं आता है ना ही कोई सफाई कर्मी आता है हम लोग कूड़ा खुद अपने हाथ से सफा करते हैं चुनाव के समय नेता जनता के कितने हमदर्द हो जाते हैं अगर झूठ भी कह दो तो अपना दिल निकाल कर जनता के दे देंगे पर चुनाव के बाद वह मुड़ कर भी नहीं देखते ऐसे में जनता और ग्रामीणो का विकास अनाथ कर दिया जाता है पर गांव की गलियारो से लेकर शहर के गलियों तक की जर्जर सड़कें विकास की हकीकत बयां कर रही है ।
इस मौके पर सैकड़ों ग्राम वासियों , पवन सिंह ,शंभू ,सोहन लाल , छोटे राम , मुन्ना ,राम सजीवन, शुभम, नन्हे, अतर , जयकरन, जमुना ,रामू रामप्रकाश, जय सिंह , रामप्रकाश , राम करन , लालजीत, मुकेश सोनू रामप्रसाद, धन पता, गुड्डा ,कर्मा, सुमित्रा रामवती, उषाा बिट्टन आदि सैकड़ों ग्रामवासी मौजूद रहे ।