रायबरेली : परशदेपुर चौकी क्षेत्र में लकड़ कट्टों की बल्ले-बल्ले
रिपोर्ट – निशांत सिंह
परशदेपुर, रायबरेली। परसदेपुर चौकी क्षेत्र में लकड़कट्टो की बल्ले-बल्ले।चन्द पैसों की लालच में पुलिस व बन विभाग के लोग फलदार वृक्षों पर चलवा रहे आरा। पर्यावरण सन्तुलन बिगाड़ने पर खुद उतारू हैं,बन विभाग व पुलिस विभाग के स्थानीय अफसर।कोई गरीब पेट की भूख मिटाने के वास्ते सूखी डाल भी काटे तो उसे सहनीं पड़ती हैं पुलिस की यातनाएं।
मधुकर पुर,हजिया पुर, परसदेपुर, गोपाल पुर,फागूपुर व सई नदी आदि के क्षेत्रों में पुलिस व बन विभाग की मिली भगत से फलदार वृक्षों को खुलेआम लकड़ी ठेकेदारों द्वारा धड़ल्ले से काटा जा रहा है।एक लकड़ी ठेकेदार ने ग्राम पंचायत बारा में भैरव बाबा स्थान के पास में लीज पर जमीन लेकर आरा मशीन लगा दिया है। उक्त स्थान रायबरेली-प्रतापगढ़ बार्डर पर एकान्त में है। जहां पर हरी लकड़ी लदी ट्राली ले जाने में कोई दिक्कत नहीं है।
एक गरीब ब्यक्ति ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया कि उसके पास खाना बनाने के लिए लकड़ी नहीं थी,वह अपने पेड़ से एक सूखी डाल काट लाया। पुलिस ने उसको पकड़ कर खूब मारा पीटा।वह बहुत ही गिड़गिड़ाया, पुलिस ने एक नहीं सुनी।सारी रात उसको काल कोठरी में बंद रखा और यातनाएं दी। उसकी पत्नी सुबह जेवर रेहन रख कर 6000रूपये दिये,तब पुलिस पसीजी और उसको छोड़ दिया।
वह ब्यक्ति बहुत ही डरा व भयभीत है, बामुश्किल मुंह खोलने को तैयार हुआ। पुलिस और बन विभाग की मिली भगत से लकड़ कट्टों के हौसले इस कदर बढ़े हुए हैं कि उनको किसी का भय नहीं है,उनका कहना है कि किसान से इतना सस्ता पेड़ खरीदता हूं कि कोई दिक्कत नहीं है। लकड़ी पकड़ी भी जाती है तो पुलिस उनके आदमियों के सुपुर्द कर ही देगी।जो थोड़ा बहुत जुर्माना होगा उसको दे दिया जायेगा।