R.G.I.P.T. Anugam-2024 organized for new students in

आर.जी.आई.पी.टी. में नवागत छात्रों के लिए अनुगम-2024 का आयोजन

श्री डेस्क : राजीव गाँधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आरजीआईपीटी) में आज शनिवार, 14 सितंबर 2024 को अनुगम-2024 का आयोजन किया गया। इसका आयोजन मुख्य रूप से बी.टेक. के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अकादमिक सत्र 2024-25 में नामांकन लिये छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों का स्वागत करने के उद्देश्य से किया गया। इसके माध्यम से नवागंतुकों को पढ़ाये जानेवाले पाठ्यक्रमों, इसमें विभिन्न प्राध्यापकों की भूमिका, संस्थान में छात्रों के लिए उपलब्ध सुविधाएं एवं छात्रावास, मेस, केन्द्रीय पुस्तकालय आदि के उपयोग की विधि एवं संबंधित निययों से अवगत कराया गया। इस वर्ष में बी.टेक. में कुल 520 छात्रों ने नामांकन लिया है जिनमें 110 छात्राएँ हैं।

अनुगम-2024 का शुभारम्भ, विशिष्ट अतिथि सुश्री मानवी, साफ्टवेयर इंजीनियर, गूगल इंडिया, संस्थान के निदेशक प्रो. आलोक कुमार सिंह, अधिष्ठाता प्रो. चंचल कुण्डु, अधिष्ठाता- डॉ. देबाशीष पाण्डा, विभागाध्यक्ष- डॉ. अतुल शर्मा तथा अध्यक्ष- स्नातक प्रवेश समिति- डॉ. कौशिक गुहा बिस्वास द्वारा दीप प्रज्वलन, के साथ हुआ। कार्यक्रम में संस्थान के संचालक मंडल के अध्यक्ष प्रो. अनिरुद्ध बी. पंडित एवं मुख्य अतिथि श्री असित कुमार, प्रमुख-राष्ट्रीय डेटा रीपोजिटरी, हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय, नोएडा ने ऑनलाइन रूप से कार्यक्रम में भाग लिया।

R.G.I.P.T. Anugam-2024 organized for new students in

इस अवसर पर उपस्थित छात्रों एवं अभिभावकों का स्वागत करते हुए, संस्थान के निदेशक प्रो. आलोक कुमार सिंह ने कहा कि अनुगम-2024 का आयोजन, इस वर्ष नामांकन लिए बच्चों व उनके अभिभावको के लिए स्वागत सह परिचय कार्यक्रम के रूप में किया गया है ताकि उन्हें संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं एवं संबंधित प्राध्यापकों से परिचय कराया जा सके। प्रो. सिंह ने आगे कहा कि संस्थान युवाओं को अनंत अवसर प्रदान करता है जहाँ उन्हें अपार अध्ययन संसाधन एवं रचनात्मक सुविधाएँ प्राप्त होती हैं और उसके माध्यम से वे अपने जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं। अधिष्ठाता प्रो. चंचल कुंडु ने छात्रों को संस्थान द्वारा प्रदान किये जा रहे विभिन्न अकादमिक पाठ्यक्रम, छात्रवृति, मोड्यूलर कोर्स आदि की जानकारी दी।

इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए प्रो. अनिरुद्ध बी. पंडित ने कहा कि इंजीनियर एक समाधान प्रदाता के रूप में कार्य करता है। अतः छात्रों को अपने अध्ययन के दौरान हमेशा प्रत्येक घटना के कारणों को जानने का प्रयत्न करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि सुश्री मानवी, साफ्टवेयर इंजीनियर, गूगल इंडिया ने छात्रों से अकादमिक एवं शोध कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेने का अनुरोध किया ताकि उनका समग्र विकास हो सके।

इस अवसर पर सभागार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री असित कुमार, प्रमुख- राष्ट्रीय डेटा रिपोजिटरी, हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय, भारत सरकार ने छात्रों से कहा कि देश एवं दुनिया में प्रौद्योगिकी काफी तेजी से बदल रहा है, अतः उन्हें समय के अनुरूप नये तकनीक में कुशलता प्राप्त करने पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए, ताकि वे अकादमिक एवं पेशेवर के रूप में उद्योगजगत में प्रासंगिक बने रहे। साथ ही, उन्हें सामाजिक सरोकार को ध्यान में रखकर प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर देना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *