180 दिवस का अभियान चलाकर निराश्रित/बेसहारा गोवंशों करें संरक्षित: माला श्रीवास्तव
रायबरेली 25 जुलाई 2022 : जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने बचत भवन के सभागार में गोशाला से सम्बन्धित जनपद स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन समिति की समीक्षा बैठक करते हुए समस्त एसडीएम, ब्लाकों के विकास खण्ड अधिकारियों एवं नगर पंचायत तथा जिला पंचायत स्तर पर गौसंरक्षण केन्द्रों को प्रभावी तरीके से संचालित करें।
उन्होंने कहा कि निराश्रित/दुर्घटनागस्त बड़े पशुओं को पकड़ कर परिवनहन हेतु सांसद निधि, विधायक निधि, क्षेत्र पंचायत निधि एवं स्थानीय व्यापार मण्डल के सहयोग से कैटिल कैचर/मल्टी परपज वेहीकल के क्रय करने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने समस्त एसडीएम व बीडीओं सहित सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में निराश्रित/बेसहारा घूम रहे गोवंशों को 180 दिवस में प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत संरक्षित करने के लिए अभियान चलाया जाए।
किसी भी दशा में किसी भी स्थानों व क्षेत्रों में गौवंश निराश्रित न घुमता मिले। समस्त अधिकारियों को कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये अन्य विभागों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए तत्काल कार्य को पूर्ण किया जाये उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि यह मुख्यमंत्री जी की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरते।
उन्होंने कहा कि समय रहते हुए अपने-अपने कार्यों के दायित्वों का निर्वहन करते हुए गौवंश संरक्षण केन्द्रों को पूर्ण करा लें और निराश्रित पशुओं को उसमें रखा जाये। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि समय-समय पर या प्रत्येक तीसरे दिन एसडीएम, ईओ, नोडल अधिकारी अपने-अपने केन्द्रों निरीक्षण करते है तथा जो भी कमियां पाई जाये उसे बताते हुए कमियों को दूर कराया जाये। उनके भूसा, चारा, पानी आदि में किसी भी प्रकार की कोई कमी न रहे। जो गौशालय निर्माणाधीन है उन्हें शीघ्र ही पूर्ण कराकर उनमें गोवंशों को रखा जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त एसडीएम व बीडीओ को निर्देश दिये बरसात के मौसम को देखते हुए कि गौशालाओं में पशुओं की देख रेख के लिए गौशालाओं में जलभराव की समस्या, बिजली, भूसा, चारा आदि को बरसात से बचाने के लिए सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त रख जाए। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि गौशालाओं कांजी हाउस, वृहद गो संरक्षण केन्द्रो पर विद्युत कनेक्शन एवं पेयजल की व्यवस्था को भी पूरी तरह से दुरूस्त रखा जाए। उन्होंने एसडीएम व बीडीओं को निर्देश दिये कि तहसील/विकास खण्ड स्तर पर 25-50 एकड़ भूमि में अत्यन्त वृहद गो संरक्षण केन्द्रों को वरीयता के आधार पर स्थापना के लिए भूमि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी प्रभाष कुमार, सीओ सीटी वन्दना सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, डीपीआरओ, समस्त एसडीएम, खण्ड विकास अधिकारी, नगर पालिका/नगर पंचायत अधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।