खीरों में झोलाछाप के गलत इलाज से एक बच्चे की मौत
रिपोर्ट – दिवाकर तिवारी
- मानक विहीन क्लीनिक व अस्पतालों के खिलाफ जिलाधिकारी से कार्यवाही की मांग।
खीरों, रायबरेली। थाना क्षेत्र के गांव नुनैरा में तेज बुखार के चलते झोलाछाप डाक्टर के इलाज से मंगलवार को एक नौनिहाल की मौत हो गई। बुधवार को सीएचसी अधीक्षक डॉ इफ्तिखार अहमद ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मृतक के घर पहुंचकर घटना की जांच की। साथ ही मृतक के परिजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर दवा का वितरण कराया। साथ ही दोषी झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन दिया।
परिजनों ने बिना किसी कानूनी कार्यवाही के शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। नुनैरा गांव निवासी सनी (11) पुत्र अमरपाल उर्फ कल्लू लोधी पास के ही एक निजी स्कूल का कक्षा चार का छात्र था । शनिवार से उसे तेज बुखार आ रहा था। उसकी मां नीलम लोधी ने उसे पास के किसी झोलाछाप डॉक्टर से उसका इलाज कराना शुरू किया। लगातार चार दिन झोलाछाप डॉक्टर सनी का इलाज करता रहा। मंगलवार को मरणासन्न हालत में सनी के परिजन उसे लेकर सीएचसी खीरों पहुंचे। जहां से डॉक्टरों ने गम्भीर हालत में उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
लेकिन हालत ज्यादा नाजुक होने के कारण उसे जिला अस्पताल से लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। सनी के परिजन उसे इलाज के लिए लखनऊ ले जा रहे थे। लेकिन मोहनलालगंज के पास पहुंचते ही सनी की मौत हो गई। इस घटना से मृतक सनी के पिता अमरपाल उर्फ कल्लू, मां नीलम लोधी, बड़े भाई सानू, दादा छेदीलाल, दादी प्रेमा देवी सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
परिजनों ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के बुधवार को शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मामले की सूचना पर सीएचसी अधीक्षक डॉ इफ्तिखार अहमद स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ बुधवार को मृतक सनी के घर पहुंचे और घटना की जांच की। साथ ही मृतक के परिजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया और दवाएं भी वितरित की।
डॉ इफ्तिखार अहमद ने बताया कि मृतक के परिजन झोलाछाप डॉक्टर का नाम बताने से इंकार कर रहे हैं। लेकिन मामले की जांच की जा रही है। दोषी झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। लगभग एक सप्ताह पहले नुनौरा गांव में अवैध क्लीनिक का संचालन कर रही और उसी गांव की रहने वाली महिला (ममता) के यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की थी।
छापेमारी में गई टीम को अवैध क्लीनिक में इलाज संबंधी सभी उपकरण व अन्य सामान सहित प्रसव कराए जाने की भी पुष्टि हुई थी। गांव व आसपास के कई लोगों की माने तो उस अवैध क्लीनिक में धड़ल्ले से गर्भपात करा कर उसके बदले मोटी रकम वसूलने का काम काफी समय से चल रहा है। टीम के पहुंचने पर अवैध क्लीनिक का संचालन कर रही महिला मौके देखकर भाग निकली थी।
तब से अभी तक वह क्लीनिक बंद कर फरार चल रही है। खीरों कस्बा समेत आसपास के क्षेत्र में अवैध क्लीनिक, मानक विहीन अस्पताल व नर्सिंग होम समेत अवैध पैथोलॉजी सेंटरों का धड़ल्ले से संचालन किया जा रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव से ऐसे सभी अवैध अस्पतालों, क्लीनिक और पैथोलॉजी सेंटरों की जांच कराकर कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग किया है।